अकेले चलो या भीड़ में मंजिल पर कदम खुद ही रखना है। रो कर गुज़ारो तो भी गुज़रेगी जिंदगी, ज़रुरी मगर हँसना है।। हर कोई समेटे बैठा है दर्द का सैलाब भीतर ही भीतर तक। अपनी कहो या औरों की सुन लो सत्य पर ही अडिग सदा रहना है।। भरे […]
श्री मनोज श्रीवास्तव और प्रो. करुणाशंकर उपाध्याय हिन्दी गौरव अलंकरण से होंगे विभूषित इंदौर। हिन्दी भाषा के विस्तार के लिए लगातार कार्यरत ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ रविवार को स्थानीय गोल्डन जुबली हॉल, श्री गोविन्दराम सेकसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (एसजीएसआईटीएस) में दोपहर 2 बजे से हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह आयोजित […]
जनसंचार के अप्रतिम विमर्शकार हैं प्रो. संजय द्विवेदी – गिरीश पंकज नई दिल्ली। ’प्रो. संजय द्विवेदी भारतीय मीडिया के अप्रतिम विमर्शकार हैं। वे समाधानपरक पत्रकारिता और मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के ध्वजवाहक भी हैं।’ यह बात प्रख्यात साहित्यकार श्री गिरीश पंकज ने कही। श्री पंकज शनिवार को विश्व पुस्तक मेले में प्रो.संजय […]
इन्दौर। हिन्दी भाषा के लिए सतत् कार्यरत शहर के लेखक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ की पुस्तक ’हिन्दी विमर्श’ का लोकार्पण शनिवार को प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेला में हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार गिरीश पंकज, भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, विशेष अतिथि […]