पद्मश्री सुशील दोशी को इंग्लैंड के वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ़ एक्सीलेंस में किया शामिल

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हिन्दी क्रिकेट कॉमेंट्री में सबसे पहले विख्यात कमेंट्रेटर है श्री दोशी

नई दिल्ली। हिंदी में पहले क्रिकेट कमेंटेटर के तौर पर ऐतिहासिक योगदान देने और स्पोर्ट्स कमेंट्री के सिद्धहस्त योगदान के लिए पद्मश्री सुशील दोशी को इंग्लैंड के प्रतिष्ठित वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ़ एक्सीलेंस में शामिल किया गया है।


उनकी शानदार आवाज़, खेल की गहरी समझ और स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्टिंग में हिंदी को बढ़ावा देने के उनके समर्पण ने कमेंटेटरों की कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है और पूरे देश में क्रिकेट की सांस्कृतिक पहुंच को मज़बूत किया है।
आपके द्वारा क्रिकेट की हिंदी कॉमेंट्रेटी में गढ़ी गई शब्दावलियों को आज भी कई कमेंट्रेटर अपना रहे है।
पद्मश्री सुशील दोशी को वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ़ एक्सीलेंस के उपाध्यक्ष संजय पंजवानी, अनिल जेठवानी, उद्यमी अंजलि शर्मा व मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन सहित गायक हितांश ने दिया।

ज्ञात हो कि, पद्मश्री सुशील दोशी एक भारतीय पत्रकार, लेखक और पहले हिंदी क्रिकेट कमेंटेटर हैं। इन्दौर से इंजीनियरिंग करने के साथ-साथ 1968 में नेहरू स्टेडियम में अपना कमेंट्री करियर शुरू किया। उन्होंने नौ क्रिकेट वर्ल्ड कप, 85 टेस्ट मैच और 400 से ज़्यादा वन डे मैच कवर किए, जिससे हिंदी कमेंट्री को लोकप्रिय बनाया। 15 पुस्तकों के लेखक श्री दोशी को वर्ष 2016 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया। वर्तमान में होलकर स्टेडियम में कमेंटेटर्स बॉक्स अब उनके नाम पर है।

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