भारत में हर पाँचवा साहित्यकार मातृभाषा उन्नयन संस्थान से परिचित हिन्दी के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से वर्ष 2018 में मातृभाषा उन्नयन संस्थान की नींव रखी गई, जिसका उद्देश्य यही है कि हिन्दी को राजभाषा से राष्ट्रभाषा बनाया जाए। इसके लिए भारत […]

मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने आभार व्यक्त किया वाशिंगटन। शुक्रवार को पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र हिन्दी भाषा सहित आधिकारिक और गैर-आधिकारिक भाषाओं में महत्वपूर्ण संचार और संदेशों का प्रसार जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने एक उल्लेखनीय पहल करते हुए […]

ये कौन लोग है ? जो फ्रांस में मजहबी नारा लगाकर एक शिक्षक का गला काटने वाले आतंकी के समर्थन में भारत मे बड़ी संख्या में फ्रांस का विरोध कर रहे है ? क्या यह कोई षड़यंत्र है, जो घटना किसी भी देश की हो, हिंसा व उग्र प्रदर्शन भारत […]

आतंकी संगठन आईएसआईएस पूरे विश्व के लिए सबसे बड़ा खतरा है जोकि किसी भी आतंकी गतिविधि का सबसे बड़ा संगठन है जिससे पूरी दुनिया को एक जुट होकर निपटने की आवश्यकता है। इसी मुहिम में आईएसआईएस के विरूद्ध खुलकर मुकाबला करने वाला संगठन कुर्दिश लड़ाका सीरियाई डेमोक्रेटिक फ़ोर्सेज यानी एसडीएफ़ […]

अमेरिका और ईरान के मध्य तनाव का माहौल बना हुआ है जिससे कि पूरी दुनिया भयभीत है क्योंकि, इस युद्ध से पूरे विश्व को क्षति पहुँचेगी। पूरी दुनिया में अस्थिरता का माहौल बन जाएगा। फिलहाल अमेरिका ने युद्ध का रूप बदल दिया। अब अमेरिका ईरान के खिलाफ प्रत्यक्ष की बजाय […]

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा एससीओ यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की बैठक में शामिल होने से देश के अंदर इसको जानने की उत्सुकता बढ़ी है कि आखिर यह कहाँ है और इसका क्या उद्देश्य है। तो आइए इसपर हम चर्चा कर लेते हैं। यह विदेश नीति के आधार […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।