सिडनी। ऑस्ट्रेलियांचल पत्रिका ने शनिवार को जूम के माध्यम से ऑस्ट्रेलियांचल फेसबुक लाइव द्वारा पावन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया। गोष्ठी का आयोजन संस्थापक और संपादक डॉ. भावना कुँअर और पत्रिका के संरक्षक प्रगीत कुँअर ने किया। गोष्ठी ऑस्ट्रेलिया के जाने माने साहित्यकार विजय कुमार सिंह की स्वर्गीय पत्नी श्रीमती चमन […]

इन्दौर। सुप्रसिद्ध धारावाहिक ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में अय्यर का किरदार निभाने वाले सुप्रसिद्ध अभिनेता तनुज महाशब्दे ने ‘मासिक साहित्य ग्राम’ के दीपावली विशेषांक का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि ‘साहित्य जगत् की पहली पसंद बनता जा रहा है साहित्य ग्राम। यह अनवरत पाठकों का प्रेम प्राप्त करता रहे।’ […]

जेठवाय। निमाड़ अँचल में साहित्यिक जनों के बीच ग्राम जेठवाय के श्रीराम मंदिर में निमाड़ी ग्राम एवं ग्रामवासियों द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में मासिक साहित्य ग्राम के दीपावली विशेषांक का लोकार्पण हुआ। इस मौके पर युवा गीतकार पारस बिरला, कवि कृष्णपाल सिंह राजपूत, शायर मुजीब अमन, कवयित्री दीपिका व्यास, कवि […]

जब कभी जाता हूँ श्मसान, दिखते हैं दिन में कुछ अपने। कुछ बहुत ख़ास से लोग, कुछ प्यारे नाते-रिश्तेदार, कुछ मेरे पुराने दोस्त-यार, पर नज़र आता नहीं वर्तमान। चिता से उठती हुई लौ-लपटें, चिता में डलता हुआ घी-कपूर, और चंदन की लकड़ी के टुकड़े, सब बताते हैं अनेकता में एकता। […]

हिन्दी की गरिमा का समेकित स्वर मातृभाषा उन्नयन संस्थान भारत सदा से ही आस्था और क्रांति प्रधान राष्ट्र रहा है। सैंकड़ो क्रान्तियों का जनक और परिचालक हमारा देश वर्तमान दौर में भी क्रांतिधर्मा है। क्रांति का सार्वभौमिक नियम है कि जनभावनाओं को साथ में लेकर जनता के हित में अपना […]

इन्दौर। सुप्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ एवं चाचा नेहरू अनुसंधान केंद्र, इन्दौर के पूर्व निदेशक रहे डॉ. विजय सिंह का 84 वर्ष की आयु में आकस्मिक निधन सोमवार शाम निजी अस्पताल में हो गया। आप सुप्रसिद्ध साहित्यकार, तुलनात्मक भाषा अध्ययन शाल, देअविवि की पूर्व प्राचार्य व श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।