भाषाएँ और माताएँ अपने पुत्रों से सम्मानित होती हैं – प्रो. द्विवेदी हिन्दी विश्व की तकनीकी मित्र भाषा – डॉ. विकास दवे श्री मनोज श्रीवास्तव और प्रो. करुणाशंकर उपाध्याय हिन्दी गौरव अलंकरण 2024 से विभूषित देश के विभिन्न प्रान्तों से आए पाँच कवि काव्य गौरव अलंकरण से अलंकृत इंदौर। हिन्दी […]

हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए संस्मय प्रकाशन की ग्रन्थ माला । नईदिल्ली। प्रत्येक वर्ष नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेला आयोजित किया जाता है। शनिवार 10 फ़रवरी से रविवार 18 फ़रवरी 2024 के बीच होने वाले इस मेले में मातृभाषा उन्नयन संस्थान के प्रकल्प संस्मय […]

इंदौर। राम जन्मभूमि पर रामलला के मंदिर के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा पर साहित्य अनुराग के उद्देश्य से मातृभाषा डॉट कॉम द्वारा कविता लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें देवास की लेखिका यशोधरा भटनागर विजेता रहीं। मातृभाषा डॉट कॉम के सम्पादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘उक्त कविता […]

मातृभाषा व प्रेस क्लब ने किया वेदप्रताप वैदिक जयंती पर व्याख्यान आयोजित इन्दौर। ’भारतीय भाषाओं के लिए समर्पित योद्धा, 13 साल की आयु में हिंदी सत्याग्रही के नाते 1957 में पटियाला जेल में रहे, भारत को भारतीय दृष्टि से देखने वाले, वैश्विक संदर्भों को भारतीय दृष्टि से व्याख्याति करने वाले […]

साहित्यकारों ने किया हवन और पूजन गाज़ियाबाद। हिन्दी के प्रचार के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा विगत चार वर्षों से सितम्बर माह को हिन्दी माह के रूप में मनाया जाता है। इसी तारतम्य में दिल्ली इकाई द्वारा में हिन्दी महोत्सव 2023 का शुभारंभ रामा मोटर्स पर संस्थान के पदाधिकारियों और […]

भगवान लक्ष्मी नारायण के दरबार में हुआ हिन्दी का पूजन इंदौर। हिन्दी के प्रचार-प्रसार और विस्तार के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा विगत चार वर्षों से सितम्बर माह को हिन्दी माह के रूप में मनाया जाता है। हिन्दी महोत्सव 2023 का शुभारंभ शहर के पंचमुखी हनुमान मंदिर, मालवा मिल व […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।