नई दिल्ली। अरुणाभा वेलफेयर सोसायटी द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय सचिव व कहानीकार भावना शर्मा को ‘भारत गौरव रत्न सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इस मौके पर संस्था की अध्यक्षा प्रणीता प्रभात , गोपाल सक्सेना, डॉ. आर. के. श्रीवास्तव, बबिता नागर सहित पदाधिकारी मौजूद रहे। […]

इंदौर।बअपने प्रवास के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने रविवार को सर्वाधिक प्रसार संख्या वाली सचित्र प्रेरक बाल मासिक “देवपुत्र” के संघ परिचय अंक का अवलोकन कर प्रसन्नता व्यक्त की। संघ शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विशेषांक का प्रकाशन किया गया है। यह अंक सरस्वती बाल […]

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे साहित्य के सितारों का महाकुंभ यानी साहित्य आजतक 2025 के दूसरे दिन मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में शनिवार को लेखिका चित्रा मुद्गल को इस वर्ष ‘आजतक साहित्य जागृति लाइफ़टाइम अचीवमेंट सम्मान’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान राज्यसभा […]

हिन्दी क्रिकेट कॉमेंट्री में सबसे पहले विख्यात कमेंट्रेटर है श्री दोशी नई दिल्ली। हिंदी में पहले क्रिकेट कमेंटेटर के तौर पर ऐतिहासिक योगदान देने और स्पोर्ट्स कमेंट्री के सिद्धहस्त योगदान के लिए पद्मश्री सुशील दोशी को इंग्लैंड के प्रतिष्ठित वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ़ एक्सीलेंस में शामिल किया गया है। उनकी शानदार […]

ऋषि कुमार मिश्रा, मुकेश जोशी, डॉ. मीनू पाण्डेय का हुआ मनोनयन भोपाल। साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश शासन के अंतर्गत चार सृजन पीठ कार्यरत हैं, बीते कई वर्षों से इन पीठ के निदेशक नहीं मनोनीत हुए थे। मध्यप्रदेश संस्कृति सचिव एन. पी. नामदेव ने वर्तमान में मुक्तिबोध सृजन पीठ सागर के निदेशक […]

साहित्य मनुष्य को मनुष्यता की ओर ले जाता है-प्रो. द्विवेदी भाषा के प्रति श्रद्धा और संकल्प की आवश्यकता- प्रो. अरोड़ा नई दिल्ली। देश में तेज़ी से उभरते संस्मय प्रकाशन द्वारा आज अपने चयनित 19 रचनाकारों को संस्मय सम्मान से सम्मानित दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ़ इंडिया में किया गया। आयोजन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।