इंदौर। वरिष्ठ साहित्यकार रमेशचन्द्र शर्मा को सरस्वती शिशु मंदिर, धार में आयोजित भव्य आयोजन में शॉल, श्रीफल देकर सम्मानित किया। यह आयोजन शिशु मंदिर के पूर्व छात्रों, आचार्य एवं दीदी के मिलन समारोह के रूप में आयोजित किया गया। इसमें 1972 से 2020 तक के छात्र एवं आचार्य शामिल हुए। […]

● डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ सहजता, सादगी और सरलता से जीवन यापन करने वाले, साहित्य, पत्रकारिता, समाजसेवा, संघनिष्ठा और समानुपात में राष्ट्रजागरण जैसे कार्यों से न केवल इन्दौर बल्कि समग्र मालवा और मध्यप्रदेश को गर्वित करने वाले स्वयंसेवक का नाम कृष्ण कुमार अष्ठाना है। आप भारत के प्रथम बाल साहित्य […]

इंदौर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रान्त प्रचारक, इंदौर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष व हिन्दी गौरव अलंकरण से विभूषित सुप्रसिद्ध हिन्दी सेवी कृष्ण कुमार अष्ठाना ने मंगलवार सुबह 6 बजे निजी अस्पताल में अंतिम साँस ली। अंतिम यात्रा 14 जनवरी को निज निवास 15 संवाद नगर से 2 बजे […]

एक आदर्श ‘स्वयंसेवक देवपुत्र’ की बिदाई कृष्णकुमार अष्ठाना (पुत्र स्व. श्री लक्ष्मीनारायणजी अष्ठाना) का जन्म 15 मई 1940 को आगरा जिले के ऊँटगिर ग्राम में हुआ। आपकी प्रारंभिक शिक्षा मुरैना में हुई। प्रखर प्रज्ञा के धनी श्री अष्ठाना की प्राथमिक, स्नातक शिक्षा शासकीय शिक्षण संस्थाओं में रहते हुये हुई। वहीं […]

इन्दौर। विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान व के. के. महाविद्यालय द्वारा आयोजित काव्य उत्सव सम्पन्न हुआ। शारदे वंदना से आरम्भ हुआ हुए काव्य उत्सव में राऊ से शिवम सिंह ने ‘जीवन भर मृत्यु से मृत्यु पर जीवन से भय का जो साया हैं ज्ञान ही मिटाएगा’ […]

23 फ़रवरी को इन्दौर में आयोजित समारोह में होंगे अलंकृत इंदौर । हिन्दी भाषा के विस्तार और प्रसार के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा वर्ष 2025 का हिन्दी गौरव अलंकरण सुप्रसिद्ध साहित्यकार नीरजा माधव (सारनाथ) और वरिष्ठ पत्रकार शिव कुमार विवेक (भोपाल) को प्रदान किया जाएगा। यह समारोह 23 फ़रवरी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।