(1) हरी मेहंदी रंग देगी वो लाल सुंदर हाथ। (2) मेहंदी संग हो सोलह शृंगार आएं साजन। (3) आए जो प्रिय लिये हाथों में हाथ मीठी–सी बात। (4) झूमे सावन आनंद ही आनंद मनभावन। (5) सुखी जीवन प्रियतम का संग मिली सौगात। ( 6) देख मेहंदी साजन हुए ख़ुश लिखा […]

गुरु से पाया जग ने सदा ज्ञान करें प्रणाम । जल है दाता जीवन प्रवाह का सहेज आज । धरा का धैर्य मां-पिता समर्पण हो आत्मसात । अन्न दाता ने हरित की धरती भूखा ही सोए । नारी जीवन रिश्तों की सूत्रधार त्याग अपार । संध्या रामप्रसाद पाण्डेय अलीराजपुर (मध्यप्रदेश) […]

1) नीले नभ को निहारता सुदूर हैरान हुआ। 2) पग मिलाना उदित उषा सूर्य तय ढलना । 3) लो मेघ आए आँखों में पले ख्वाब धरा निहारें 4) मन सागर नयन-नीर प्रेम भीगा है तन । 5) प्रकृति बाँटे अमूल्य उपहार प्रकृति प्यार । श्रीमती रश्मिता शर्मा इन्दौर (मध्यप्रदेश) Post […]

१)      गुणों की खान   प्यारी हिंदी हमारी      है अभिमान।। २)     शब्द चुनते शब्द ही हैं बुनते    देखो किताबें।। ३)      मान बढ़ायें आओ कसम खायें राष्ट्रभाषा बनायें।। ४)        मन के चक्षु    खोलती हैं किताबें      बांटती ज्ञान।। ५)    देखो किताबें   होती […]

अनुरंजित भू आकाश त्रिकाल सूर्य प्रखर ॥१॥ खग विहंग कल्ररव नीरव मधुरतम ॥२॥ पादप गण फल छाया से भरे संत साधना ३॥ तटीनी बहे शांत वेग वाहिनी तपसन सी ॥४॥ संध्या बिखरी विमान लाल गोल सूर्य शीतल ॥५॥ सुरभि सपन जैन अलीराजपुर, मध्यप्रदेश साहित्यकार परिचय नाम – श्रीमति सुरभि सपन […]

1/नारी घर है नहीं तो मकान है यही सत्य है । 2/ज़िंदगी क्या है अनुभव की पूँजी सुख-दु:ख की। 3/जीवन गाथा घबरा गया है जो कायर है वो। 4/समय चक्र समझा है जिसने संतुष्ट है वो। 5/बीती ज़िंदगी व्यर्थ की बातों मे जो ध्यान दो अब उर्मिला मेहता, इंदौर, मध्य […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।