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तेरी महफ़िल में दिवाने आए, आँख वो तुझसे मिलाने आए। शम्अ में जलते रहे परवाने, शम्अ को हम भी जलाने आए। राज़ दिल के मेरे पोशीदा रहें, वो  निगाहों को बताने आए। तेरे दिल में भी शरर है मौजूद, बात ये तुझको बताने आए। खौफ़ में क्यूँ न मुसाफ़िर हो […]

चलो चलें देखने आस्था की भीड़, नदी-तलाबों,जलाशय पे उमड़ रही है… दुल्हन बनी है आज प्रकृति,फिजाएं, मन को लुभा रहा है मनभावन दृश्यl चलो चलें देखने….ll सजे हैं घाट कितने मनोहर, मीठे-मीठे फल-पकवानों से… कर रहे नमन सभी जन मिलकर, हो रहे अस्तगांचल रवि कोl चलो चलें देखने….ll उपवास किए […]

निर्जन नाम साथ हरे-भरे खेत-खलिहान, और कुछ आढ़ी-टेढ़ी बस्तियों-सा गाँवl कुछ अकेले और मन संचित ह्रदय वाले, आशा के रहीम,फकीर ह्रदय का मूर्छावl  कर्ज में पीढ़ी-पीढ़ी और आत्मज अर्पण, बँटता रहता,रीढ़ की हड्डी-सा बचा-कुचाl मन उज्ज्वल मन्दिर,आशा उसकी माया, काया को न नसीब ह्रदय आशा का सच्चाl  मन तिनकों से […]

जिसे खून लगा मुंह सत्ता का,  उसे न भान है जनता का। देखी कायरता उन कुत्तों  की, जो घात लगाए बैठे थे। सोच `सिंह` का वध करने का,  अरमान दिल में जगा बैठे थे। चन्द सियासी जयचंदों ने,  वीर सपूत को झोंक दिया। झुलस उठी माँ भारती,  देख लहू उन […]

बेटियाँ तो हैं अनमोल रतन, इनका सब करो रे जतनl न मारो इनको  कोख में यूँ ही, इनसे ही खिला रहे घर-आंगनl बेटियां तो हैं कली गुलाब की, कच्ची उम्र में न ब्याहो बाबुलl शिक्षित करो बिटिया को अपनी, उसे तुम बोझ न समझो माँ-बाबुलl बेटी जीएगी तो ही हमें […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।