विश्वासों पर दिल से दिल का, सीधा सच्चा प्यार टिका है, समता के ही दृष्टिकोण पर, रिश्तों का आधार टिका है। खुदगर्जी का सत्य यही मैं, अब तक जान सका हूँ जानम, निहित स्वार्थ में सच कहता हूँ,मौकों का बाजार टिका है। नेह निवेदन को भिक्षा का,समझा एक कटोरी तुमने, […]
हिन्द और हिंदी की जय-जयकार करें हम, भारत की माटी,हिंदी से प्यार करें हम। भाषा सहोदरी होती है हर प्राणी की, अक्षर-शब्द बसी छवि शारद कल्याणी की। नाद-ताल,रस-छंद,व्याकरण शुद्ध सरलतम, जो बोलें,वह लिखें-पढ़ें विधि जगवाणी की। संस्कृत-पुत्री को अपना गलहार करें हम, हिन्द और हिंदी की जय-जयकार करें हम। भारत […]