आत्मिक सुख आशीष दे,मन में भरे मिठास। त्यौहारों में अग्रणी,आश्विन-कार्तिक मास॥ जग-जननी माँ अम्बिके,लेकर रुप अनेक। भक्तों को देती अभय,मिटा पीर प्रत्येक॥ विजयादशमी पर्व में,बने जगत श्रीराम। सत्य-धर्म की जीत से,गूँजे चारों धाम॥ सुधा-सिन्धु सम चन्द्रमा,शरद ऋतु की रात। हर ले जीवन की व्यथा,सुने हृदय की बात॥ राज सुहाग अखंड […]
आओ दीवाली,धूम मचाएं, मिलकर खुशियां,खूब मनाएं। सच में सबको मिले दीवाली, आओ मिलकर दीप जलाएं॥ हर चेहरे पर,रौनक निखरे, खुशियों की, फुलझड़ियां बिखरे॥ सबको खुशियां,प्यार बहुत-सा, देने का संकल्प उठाएं। आओ दीवाली,धूम मचाएं, मिलकर खुशियां,खूब मनाएं। राम आगमन,के पावन दिन, भूखा न हो, कोई जन-मन॥ घर-चौबारे,मन के द्वारे, मंगल वंदनवार […]