नए संकल्पों के साथ वर्ष 2025 में रहेंगे हिन्दी योद्धा मैदान में
‘हिन्दी तन-मन, हिन्दी जीवन’ के संकल्प के साथ वर्ष 2024 की यात्रा आरम्भ की थी। प्रत्येक वर्ष देश के सर्वाधिक सक्रिय हिन्दी सेवी ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ ने अपनी उपस्थिति और आयोजनों, गतिविधियों के कारण हिन्दी के सम्मान में अभिवृद्धि करते हुए विस्तार में महनीय भूमिका निभाई है।
यूँ तो हमने अपने कीर्तिशेष संरक्षकद्वय डॉ. वेदप्रताप वैदिक जी व अहद प्रकाश जी के दिव्यशीष व वर्तमान संरक्षक राजकुमार कुम्भज जी के आशीष से वर्ष में लगभग 150 दिन से अधिक आयोजन किए व पूरे 365 दिन हिन्दी के विस्तार की गतिविधियों का संचालन पूरे देशभर में किया है।
जन संवाद, हिन्दी सभा, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय एवं विद्यालय में निरंतर हिन्दी के प्रति जागरुकता अभियान चलाए गए। विश्व पुस्तक मेला 2024 में सहभागिता कर पुस्तक क्रांति को बल दिया।
नियमित संपर्क और कार्यक्षेत्र विस्तार की दृष्टि से मातृभाषा उन्नयन संस्थान व प्रकल्प हिन्दीग्राम, मातृभाषा डॉट कॉम, संस्मय प्रकाशन, साहित्य ग्राम, हिन्दी आन्दोलन, ख़बर हलचल न्यूज़, सेवा सर्वोपरि इत्यादि द्वारा निरंतरता अपनाते हुए कार्य किया।
कार्यक्रमों की वृहद् शृंखला में वर्ष 2024 की गतिविधियों एवं आयोजनों का ब्यौरा निम्नानुसार है-
जनवरी 2024
● 1 जनवरी- तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम अय्यर ने मातृभाषा डॉट कॉम के पोस्टर का लोकार्पण किया।
● 10 जनवरी- डॉ. राजीव शर्मा को स्वर्णाक्षर सम्मान से सम्मानित किया।
● 10 जनवरी- विश्व हिन्दी दिवस पर काव्य उत्सव आयोजित।
● 18 जनवरी- ‘अवध में आ गए रघुराई’ गीत लोकार्पित।
फ़रवरी 2024
● 4 फ़रवरी- पुस्तक लोकार्पण- डॉ. नरेंद्र नागर जी पुस्तक ‘मेरा मन’ का लोकार्पण।
● 10 फ़रवरी- विश्व पुस्तक मेला 2024 में वारांगना की मुँह दिखाई।
● 11 फ़रवरी- संवाद श्री राजीव जायसवाल के साथ।
● 12 फ़रवरी- ‘मोती शब्दों के’ पुस्तक की मुँह दिखाई।
● 13 फ़रवरी- पुस्तक लोकार्पण- डॉ. संजय द्विवेदी की पुस्तक ‘इस मीडिया समय में’ का लोकार्पण।
● 14 फ़रवरी- भागीरथ सिन्हा की पुस्तक ‘लहरों से टकराया करता हूँ’ का लोकार्पण।
● 15 फ़रवरी- डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ की किताब ‘हिन्दी विमर्श’ का लोकार्पण।
● 16 फ़रवरी- संवाद मनोज कामदेव के साथ।
● 17 फ़रवरी- संवाद सुभाष चन्दर के साथ।
● 17 फ़रवरी- सोमी खेमसरा का काव्य संग्रह ‘स्याही’ की मुँह दिखाई।
● 25 फ़रवरी- हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह आयोजित।
मार्च 2024
● 8 मार्च- महिला साहित्यकारों को भाषा सारथी सम्मान से किया सम्मानित।
● 14 मार्च- डॉ. वैदिक स्मरण समारोह।
●21 मार्च- विश्व कविता दिवस पर काव्य उत्सव आयोजित।
अप्रैल 2024
● 16 अप्रैल- साहित्यकारों को राजवाड़ा दर्शन करवाया।
● 23 अप्रैल- पद्मश्री कालूराम बामनिया का अभिनंदन किया।
● भेंट एवं जनसंपर्क
मई 2024
● 11 मई- राजस्थान प्रदेश इकाई द्वारा सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन आयोजित।
● 20 मई- बुद्ध पूर्णिमा निमित्त काव्य लेखन प्रतियोगिता आयोजित।
● 25 मई- डॉ. के. सी. सक्सेना के काव्य संग्रह ‘अनहद नाद’ का लोकार्पण इन्दौर में।
जून 2024
● 9 जून- माँ अहिल्या काव्य उत्सव इन्दौर में आयोजित।
● 12 जून- देश में सर्वाधिक मतों से जीतने वाले इन्दौर के सांसद श्री शंकर लालवानी का अभिनंदन किया।
जुलाई 2024
● 1 जुलाई- प्रो. सरोज कुमार जी को स्वर्णाक्षर सम्मान से सम्मानित किया।
● 1 जुलाई- काव्य कुँअर एवं काव्य दीप सम्मान समारोह आयोजित।
● 1 जुलाई- डॉ. कुँअर बेचैन जी की अनुदित पुस्तक ‘Pins Very Many’ का लोकार्पण।
● 31 जुलाई- मध्यप्रदेश सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से भेंट कर अभिनन्दन किया।
अगस्त 2024
● 3 अगस्त- संस्थान के प्रकल्प सेवा सर्वोपरि के माध्यम से बस्ती के छात्रों को शैक्षणिक सामग्री वितरित की गई।
● 15 अगस्त- हिन्दी गौरव एवं पद्मश्री डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित जी का अभिनंदन गौतमपुरा में किया।
● 22 अगस्त- साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश शासन के साथ मिलकर चन्द्रसेन विराट स्मृति प्रसंग आयोजित।
●भेंट एवं जनसमर्थन अभियान
सितम्बर 2024
● 1 सितम्बर- इन्दौर में पंचमुखी अरकेश्वर गणेश मंदिर में हिन्दी पूजन।
● 1 सितम्बर- दिल्ली में हिन्दी पूजन एवं काव्य गोष्ठी के साथ भंडारा आयोजित।
● 5 सितम्बर- शिक्षक दिवस पर देश के 25 शिक्षकों को ‘राष्ट्र निर्माता सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
● 14 सितम्बर- हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में लघुकथा मन्थन 2024 आयोजित।
● 14 सितम्बर- तेलंगाना राज्य इकाई द्वारा साहित्यकारों को भाषा सारथी सम्मान से सम्मानित किया गया।
● 20 सितम्बर- हिन्दी माह में संस्थान के मुखपत्र ‘मासिक साहित्य ग्राम’ के सितम्बर अंक का लोकार्पण सांसद शंकर लालवानी ने किया।
● 21 सितम्बर- तेलांगना के नागर कर्नूल में ‘हिन्दी महोत्सव 2024’ मनाया गया।
● 24 सितम्बर- बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में राज्य इकाई द्वारा कविता व निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित कर छात्रों को पुरस्कृत किया गया।
● 30 सितम्बर- मातृभाषा डॉट कॉम द्वारा पूरे हिन्दीमाह में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर सदस्यों को पुरस्कृत किया गया।
अक्टूबर 2024
● 6 अक्टूबर- रुदौली, अयोध्या में 251 मीटर चुनरी यात्रा, कामाख्या धाम।
● 8 अक्टूबर- चुनरी यात्रा दर्ज हुई विश्व कीर्तिमान में।
● 9 अक्टूबर- इन्दौर में गरबा आयोजन एवं बालिकाओं को किया पुरस्कृत।
● 16 अक्टूबर- जैनाचार्य 108 मुनि प्रमाण सागर जी महाराज साहब से मातृभाषा उन्नयन संस्थान के सदस्यों व साहित्यकारों ने भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
● 17 अक्टूबर- निमाड़ यात्रा का आयोजन।
●17 अक्टूबर- ग्राम बड़ूद में कवि सम्मेलन आयोजित।
●18 अक्टूबर- निमाड़ के संत सियाराम बाबा ने साहित्य ग्राम के अक्टूबर अंक का लोकार्पण किया।
● 27 अक्टूबर- श्रीनगर कश्मीर घाटी में हिन्दी महोत्सव मनाया, घाटी में पहुँचा साहित्य ग्राम।
नवम्बर 2024
● 1 नवम्बर- निमाड़ के कोटेश्वर के गेबिनाथ मठ व कनक बिहारी आश्रम के महंत अयोध्यादास जी ने साहित्य ग्राम के दीवाली विशेषांक का लोकार्पण किया।
● 2 नवम्बर- बालीपुर में संत सुधाकर भैया जी को साहित्य ग्राम का दीपावली विशेषांक भेंट किया गया।
● 3 नवम्बर- तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम अय्यर यानी तनुज महाशब्दे ने साहित्य ग्राम के दीवाली विशेषांक का लोकार्पण किया।
● 8 नवम्बर- निमाड़ के ग्राम जेठवाय में कवियों ने किया साहित्य ग्राम दीवाली विशेषांक लोकार्पित।
● 9 नवम्बर- केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर जी से भेंट कर साहित्य ग्राम सौंपा।
● 15 नवम्बर- सुप्रसिद्व कहानीकार चित्रा मुद्गल से भेंट कर साहित्य ग्राम सौंपा।
● 22-23 एवं 24 नवम्बर- नई दिल्ली में आयोजित साहित्य आजतक में संस्थान की मौजूदगी।
दिसम्बर 2024
● 6 दिसम्बर- प्रभासाक्षी द्वारा डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ को नईदिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में हिन्दी सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया।
● 20 दिसम्बर- भानपुरा पीठ के शंकराचार्य जगत् गुरु ज्ञानानंद तीर्थ जी व महामंडलेश्वर डॉ. चैतन्य स्वरूप स्वामी जी ने साहित्य ग्राम के दिसम्बर अंक का लोकार्पण किया।
● 21 दिसम्बर- संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक।
● 22 दिसम्बर- लेखक श्रीकांत टकले जी की पुस्तक ‘ज़िन्दगी अतरंगी सी…’ का लोकार्पण इन्दौर में सम्पन्न हुआ।
● 22 दिसम्बर- वामा साहित्य मंच द्वारा मातृभाषा उन्नयन संस्थान को सम्मानित किया गया।
यह जानना भी आवश्यक है-
● वर्तमान में 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा बदलवाए जा चुके हैं।
● 5 महीने में लगभग 25000 पाठकों तक पहुँचाया ‘साहित्य ग्राम’।
● एक वर्ष में 3500 से ज़्यादा नए रचनाकार मातृभाषा डॉट कॉम से जोड़े।
● जन समर्थन अभियान के अंतर्गत 200 से अधिक प्रबुद्धजनों से भेंट कर उन्हें हिन्दी आंदोलन में सहभागी बनाया।
● लगभग 3000 से अधिक ख़बरों में संस्थान व प्रकल्प हुए शामिल।
● वर्षभर में 50 से अधिक अलग-अलग शहरों में आयोजन।
● वर्षभर में 100 से अधिक साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
● देश के सर्वाधिक प्रसार संख्या वाले लोकप्रिय अख़बार दैनिक भास्कर ने सिटी अचीवर स्तम्भ में मातृभाषा उन्नयन संस्थान को विशेष स्थान दिया।
‘एक शहर-ग्यारह घर अभियान’ के माध्यम से एक हज़ार से ज़्यादा गाँव-शहरों में मातृभाषा उन्नयन संस्थान की मौजूदगी हो चुकी है। ‘हस्ताक्षर बदलो अभियान’ एवं अन्य गतिविधियों के माध्यम से लाखों पाठकों के बीच संस्थान की पैठ बन चुकी है।
कैलेण्डर के पन्नों के पलटने के साथ ही नए संकल्पों के साथ हिन्दी आन्दोलन सक्रिय रहेगा। निकट भविष्य में देश की साहित्यिक एवं सामाजिक संस्थाओं को हिन्दी आंदोलन से जोड़कर उन्हें डिजिटलाइज़ किया जाएगा। व्याख्यान शृंखला, हिन्दी सभा और पुस्तक ग्राम के माध्यम से पाठकों और हिन्दीप्रेमियों की संख्या में अभिवृद्धि की तैयारी है। वर्ष 2025 में संस्थान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हिन्दी आंदोलन का विस्तार करेगा।
इसी के साथ, संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष डॉ. नीना जोशी, सचिव गणतंत्र ओजस्वी, कोषाध्यक्ष शिखा जैन, कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा, नितेश गुप्ता, सपन जैन काकड़ीवाला एवं श्रीमती प्रेम मंगल के साथ-साथ प्रादेशिक कार्यकारणी में अमित मौलिक, श्रीमनन्नारायण चारी विराट, नरेंद्र पाल जैन, रश्मिलता मिश्रा, ताराचंद ठाकुर, नसरीन अली निधि, मुकेश तांतेड़, गिरीश चावला सहित संस्थान के सभी सदस्य, हज़ारों हिन्दीयोद्धा, लाखों हिन्दीप्रेमी की कर्मठता और अतुलनीय श्रम का सुफल है हिन्दी आन्दोलन की सफलता।
हम सभी हिन्दी माँ के सेवक पुत्र-पुत्रियाँ मिलकर वर्ष 2025 में भी नए संकल्पों के साथ हिन्दी को राष्ट्रभाषा का मुकुट पहनाने के लिए कार्य करें, यही आशा है।
जय हिन्दी-जय भारत
डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’
राष्ट्रीय अध्यक्ष, मातृभाषा उन्नयन संस्थान, भारत