देश में कबाड़ और कबाड़ की परख करने वाले सैलाब की तरह आ रहे हैं। जहां कबाड़ दिखा,हुक लगाया उठा लिया। कबाड़ के पास रखी नई चीज भी उठा लेते हैं कबाड़ी-मोहल्ले से लेकर राजपथ,राजपथ से लेकर जनपथ तक। जनपथ यानी जनता का पथ या मार्ग तक अपनी बिना ठिए […]

जिन्दगी चार पल की है, दो पल हँस, दो पल हँसाकर जी लो। इन पलों में क्या गम-क्या नाराजगी, हँस-खेलकर जिंदगी गुजार लो। जिन्दगी क्षण भर की है, ताश का महल है। ईश्वर की एक फुंकार से बिखर जाना है इसे, बैर भी न रख जिंदगी से, जिन्दगी जी, जी […]

rla sinh कई बार लोग सीरत से अधिक सूरत को महत्व देते हैं,व्यक्तित्व को विशेष रूप से महत्व देते हैं। अगर किसी के पास दोनों न हो तो,उसे धनाढ्य होना चाहिए, अन्यथा लोग इज्ज़त नहीं करते हैं।     ‘अरे लो ये पेपर,इस पर स्टैम्प….अरे ठप्पा लगा लो,ठप्पा-ठप्पा।’ प्रधानाचार्या जी […]

ज्ञान की देवी सरस्वती पूजता हूँ तुम्हें, बुद्धि और विवेक के भंडार भर दीजिए। व्यर्थ शब्दों का अवशेष फैल रहा चहुंओर, शुद्धता बना दो दूर सब विकार कर दीजिए। प्रेम-प्यार वाली बोली सब बोलने लगें तो, द्वेष वाली भावना का उदगार कर दीजिए। चाहता हूँ लेखनी राष्ट्र हित में ही […]

बेटा यदि वारिस है, तो बेटी पारस है। बेटा यदि वंश है, तो बेटी अंश है। बेटा यदि तन है, तो बेटी मन है। बेटा यदि संस्कार है, तो बेटी संस्कृति है। बेटा यदि आन-बान है, तो बेटी मान-गुमान है। बेटा यदि दया है, तो बेटी दुआ है। बेटा यदि […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।