जलाए जा रहे हर तरफ लाखों दीए जब, झालरों की टिमटिम से जहां रोशन हुआl सितारे भी शर्माने लगे चकाचौंध से, अंधेरा जिंदगी में इस तरह दाखिल हुआll सोने-चांदी की चमक में सबको निहारे, लाखों के जेवर सुबह औ शाम थामेl मुस्कराहट बेचता रहता है दिनभर, मिट्टी के दीए भी मिलते […]