चाहती ऐसा दीप जलाना,
सबके संग आगे बढ़ जानाl
हर हिंदुस्तानी के दिल में, देशप्रेम की ज्योति जलानाll
तोड़ें सब जंजीरों को,
पहचानें सच्चे हीरों कोl
सरहद पर रखवाली करते,
अपने सारे बल वीरों कोl
भरी उदासी में संग रह,
आशाओं के दीप जलानाll
संभालें हम अपने परिवारों को,
भावी भारत के कर्णधारों कोl
संस्कारों की धरोहर संभलाएं,
इस भारत की संन्तानों कोl
मन वीणा के तार साधकर,
चाहती यह संगीत बजानाll
हम साथ रहें,हम एक रहें,
रीत पले और प्रीत रहेl
सावधान हो बढ़ें प्रगति पथ पर,
जहाँ में एक नई पहचान रहेl
योग्यता ओं के बल पर,
स्वदेश का मान बढ़ानाll
चाहती ऐसा दीप जलाना,
सबके संग आगे बढ़ जानाll
परिचय: श्रीमती पुष्पा शर्मा की जन्म तिथि-२४ जुलाई १९४५ एवं जन्म स्थान-कुचामन सिटी (जिला-नागौर,राजस्थान) है। आपका वर्तमान निवास राजस्थान के शहर-अजमेर में है। शिक्षा-एम.ए. और बी.एड. है। कार्यक्षेत्र में आप राजस्थान के शिक्षा विभाग से हिन्दी विषय पढ़ाने वाली सेवानिवृत व्याख्याता हैं। फिलहाल सामाजिक क्षेत्र-अन्ध विद्यालय सहित बधिर विद्यालय आदि से जुड़कर कार्यरत हैं। दोहे,मुक्त पद और सामान्य गद्य आप लिखती हैं। आपकी लेखनशीलता का उद्देश्य-स्वान्तः सुखाय है।