स्नेह संचित घना वृक्ष है परिवार…, कई रिश्तो में गुंथा हुआ सुन्दर हार है परिवार…। जैसे वृक्ष की डालियाँ फूल, पत्तियां ,फल ,छांव, ऐसे ही घर के बड़े बुजुर्ग स्नेह व् संरक्षण की छांव देते, सहेजते पल्ल्वित करते हैं परिवार…। जिनकी छत्रछाया में खेलता बढ़ता निश्छल बचपन, उन्मुक्त यौवन और […]