भाग-३……………… फिल्म उद्योग में सभी पेशेवर हैं,काम के प्रति समर्पित,समय के पाबन्द। अलग-अलग प्रदेश,अलग-अलग भाषा के लोग कितनी अच्छी समझ के साथ मिलकर काम करते हैं,मुंबई फिल्म उद्योग इसकी मिसाल है। इस बीच फिल्म्स राइटर्स एसोसिएशन की सदस्यता भी मुझे मिल चुकी थी। करीब दो सप्ताह के बाद एक रोज मैंने हरिवंशराय […]

यह फिल्म लड़ाई,रोमांच और हास्य से लबरेज है,जिसके निर्देशक-जेक केड्सन और कलाकार-ड्वेन जॉनसन,जेक ब्लेक,केवीं हार्ट तथा केरेन गिलेन हैंl इसमें संगीत-हेरी जैकमैन ने दिया हैl दोस्तों १९९५ में आई `जुमानजी` के दूसरे भाग के रूप में यह फिल्म २२ साल बाद आई हैl चूँकि,२ दशक में पूरी दुनिया में तकनीकी तौर पर बदलाव और उन्नति […]

उठना-चलना और बोलना जिसने मुझे सिखा डाला, नौ महीने तक छुपा पेट में जिसने भार उठा डालाl  जिसने जन्म दिया है व पाल-पोसकर बड़ा किया है, जिसने मुझे सिखाया जीना,वही मातु है मेरी शालाll    जिसकी उँगली पकड़ चला मैं शिक्षा वाली शाला में, जिसके बल पर अकड़ चला मैं,दुनिया […]

न जाने क्या थी उसको कसर, जो छोड़ गई बीच में वो सफर। जमाने की चकाचौंध में इतनी, हुई दिवानी कि नहीं रखा सबर॥ कर रहें हम तो यादों में बसर, उसको भी है इसकी खबर। जिन्दगी खट्टा-मीठा आनंद है, दिल की बातें आज है बेअसर॥ जमाने के सच का […]

देखो कोहरा छाया है। प्रेम सन्देसा आया है॥ धुंध छाई मन आंगन। तन भी तो भरमाया है॥ तुम आओ तो बात बने कुहासा क्यों सजाया है॥ ये मौसम क्यूँ सुहाना है। घूँघट में कौन शर्माया है॥ खामोशी में ये कैसा शोर। शायद दिल चटकाया है॥ रातों की अब क्या तलब। […]

कभी लगती बुरी तो कभी लगती भली है। जिंदगी भी मेरा इम्तेहान लेने पर तुली है॥ एक बार नहीं,ऐसा बार-बार  हो रहा है। हालातों द्वारा अरमानों का शिकार हो रहा है॥ कभी अनूकूल तो कभी  विपरीत चली है। जिंदगी भी मेरा इम्तेहान लेने पर तुली है॥ अपने अहसास को मैं […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।