तुझसे ता-उम्र ही मेरी दूरी रही, जिंदगी की कहानी अधूरी रही। जाने क्यों फासले अपने कम न हुए, मेरी कोशिश तो हर वक्त पूरी रही। फर्क इतना रहा तुझमें मुझमें सनम, तू विकल थी औ मुझमें सबूरी रही। मैं तो झुक भी गया देख माहौल पर, तेरी जिद तेरी खातिर […]
(स्वामी विवेकानंद जयंती विशेष) युगपुरुष,वेदांत दर्शन के पुरोधा, मातृभूमि के उपासक,विरले कर्मयोगी, दरिद्र नारायण मानव सेवक,तूफानी हिन्दू साधु,करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत व प्रेरणापुंज स्वामी विवेकानंद का जन्म १२ जनवरी १८६३ को कलकत्ता आधुनिक नाम कोलकता में पिता विश्वनाथ दत्त और माता भुवनेश्वरी देवी के घर हुआ था। दरअसल यह वो […]