मैं निर्जीव हूँ

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kumari archana
मैं निर्जीव हूँ
मेरा भी सम्मान करो,
मुझमें तुम्हारी जैसी जान नहीं
बोल नहीं पाता,
हँस नहीं पाता
रो नहीं पाता
पर मेरी दयनीय दशा
हाल बयाँ करती है,
मुझे भी इन्सानों जैसा साफ सुथरा व
समय-समय पर मरम्मत करते रहो।
मैं खुद पर हुए प्रहार को
रोक नहीं पाता,
न ही अपनी जीवन रक्षा हेतु
आवाज़ उठा पाता,
चाहे मारो या काट दो
पेड़ पौधे व पशु पक्षी
जीव जन्तु भी मेरे जैसे हैं,
वो भी बोल नहीं पाते
वो भी किसी को जीवन देते
बिना लाभ के फल देते,
मर-खपकर भी खाद बन जाते
दूसरों के उपयोग में खुद उपयोग हो जाते।
मैं निर्जीव हूँ,
पर जब तक टूट-फूट नहीं जाता
तुम्हारे प्रयोग की वस्तु बन उपयोग होता रहता हूँ,
नष्ट होकर भी कुछ न कुछ दे जाता हूँ
मेरी प्लास्टिक व कम्प्यूटर की बनी वस्तुएँ
मिट्टी में नष्ट नहीं हो पाती, और
पर्यावरण को निरन्तर नुकसान
पहुँचाती रहती,
बाकी निर्जीव वस्तुँ स्वत: हो नष्ट हो जाती
सृष्टि की रचना ही कुछ ऐसी है
मैं निर्जीव हूँ,
मेरा भी सम्मान करो।

                                                                 #कुमारी अर्चना

परिचय: कुमारी अर्चना वर्तमान में राजनीतिक शास्त्र में शोधार्थी है। साथ ही लेखन जारी है यानि विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं में निरंतर लिखती हैं। आप बिहार के जिला हरिश्चन्द्रपुर(पूर्णियाँ) की निवासी हैं।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।