श्रम सभी को करना है।

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कर्म भूमि की दुनिया में,
श्रम सभी को करना है।
प्रभु सिर्फ लकीरें देता,
रंग तो हमे ही भरना है।।

जो आया है वो जायेगा,
यह नियम सब पर लागू है।
लेखा जोखा है प्रभु के पास,
वह तो सबसे बड़ा हिसाबू है।

जो बोएगा सो काटेगा,
करनी के फल पायेगा।
बोए पेड़ बबूल के तूने,
फिर आम कहां से खायेगा।।

कर्म कर फल की इच्छा न कर,
यह गीता का उपदेश है।
इस जीवन का उपयोग कर,
उम्र तेरी बहुत कम शेष है।।

जोड़ी जो तूने धन दौलत,
साथ नहीं तू लेे जायेगा।
मानव की सेवा करले तू,
यही साथ तेरे ही जायेगा।।

जिसने बांधी प्रेम पोटली,
उसने ही सुख पाया है।
कर ले प्रभु से प्रेम अभी,
फिर न मिलेगी ये काया है।।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

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