फ़ुहार

0 0
Read Time1 Minute, 27 Second

लेके रंगों की फुहार,
आया होली का त्योहार।
दिल के झगड़े मिटाने ,
आया पावन ये त्योहार।
लेके रंगों की……….

रंगों की छाई है हर ओर बदली,
खुशियों की रिमझिम करने को पगली।
हाय सबके घर आँगन और द्वार,
लाया खुशियाँ अपार।
दिल के झगड़े मिटाने,
आया पावन ये त्योहार।
लेके रंगों की………..

बूढ़े ,जवान हों या हों बच्चे,
दुश्मन बैरी हों या हों मित्र सच्चे।
हाय होली में सब बन जाएं यार,
जागे दिल सबके प्यार।
दिल के झगड़े मिटाने,
आया पावन ये त्योहार।
लेके रंगों की………….

गुझियाँ, पापड़ और शक्करपारे,
पूड़ी पकवान भी हमको पुकारे।
हाय झूमें मस्ती में सब आज,
ना अब कोई है फरियाद।
दिल के झगड़े मिटाने ,
आया पावन ये त्योहार।
लेके रंगों की…………..

लाल, हरा ,पीला ,नीला,
और गुलाल आसमानी।
रंग भरी पिचकारी,
हाय भांग की ठंडाई निराली,
भूल कर सारी दुनियाँदारी।
दिल के झगड़े मिटाने ,
आया पावन ये त्योहार।
लेके रंगों की…………..

स्वरचित
सपना (स. अ.)
प्रा.वि.-उजीतीपुर
वि.ख.-भाग्यनगर
जनपद-औरैया

matruadmin

Next Post

तुम और मैं……

Sat Mar 27 , 2021
मैं लिख डालूं अपनी भावनाओं को शब्दों में कागज के सफेद टुकड़े पर तुम बन जाना अर्थ उन शब्दों की गूढता के सुन लेना हमारी सारी वेदनाओ के मर्म को रख लेना अपने अंतर्मन में मन को मन से छू लेना हमारे सारे मौन से संवादों को…. #स्मिता जैन Post […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।