अच्छे दिन हम लाएंगे,
देश का मान बढ़ाएंगे।
चाहे कुछ भी हो जाए,
अब मूर्ख नहीं बनेंगे।।
आपस में नहीं लड़ेंगे,
इतिहास नया लिखेंगे।
प्रेम के फूल खिलाएंगे,
आंतक को मिटाएंगें।
चाहे कुछ भी हो जाए,
अब मूर्ख नही बनेंगे।
सबको हक दिलाएंगें,
गरीबी समूल मिटाएंगे।
चाहे कुछ भी हो जाए,
अब मूर्ख नहीं बनेंगे।।
चहुंओर विकास करेंगे,
खुशियों के सेतु बनेंगे।
चाहे कुछ भी हो जाए,
अब मूर्ख नहीं बनेंगे।।
हर क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे,
हम खूब लिखेंगे-पढ़ेंगे।
चाहे कुछ भी हो जाए,
अब मूर्ख नहीं बनेंगे।।
#गोपाल कौशल
परिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।
Bahut achhi kavita.Gopal kaushalji ko badhai.