चाहे धरती हो या आकाश बिन माँ के ये भी रहे उदास । बच्चों की हों पूरी हर आस रब से करें यही माँ अरदास ॥ रखती न कभी माँ अवकाश खुशियों के लिए रखें उपवास । माँ का आंचल न जाने क्यों है खुदा भी करता है तलाश ॥ […]
koushal
नवाचारों में अग्रणी सुविचारों का धनी इरादों में हिमालय ह्रदय से प्रशांत विजय से विक्रांत राधाकृष्णन जैसा शांत होता है शिक्षक । युधिष्ठिर जैसा धर्मी भागीरथ जैसा कर्मी कर्ण जैसा दानवीर अर्जुन जैसा लक्ष्य चीर चाणक्य जैसा बुद्धिमान होता है शिक्षक । पत्थरों में शिल्पकार कच्ची मिट्टी का कुम्हार सूक्ष्मता […]