# गोपाल कौशलपरिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।
Read Time56 Second
अमृतसर ट्रेन हादसा…………
धू ..धू ..धू..धू
जलता रावण,
पटरी पर खड़े लोग,
एक सौ बीस की
रफ्तार से गुजरी ट्रेन,
लाशें ही लाशें,
चीखें ही चीखें,
वो भयानक मंजर,
आखिर जिम्मेदार कौन ?
ह्रदय विदारक घटना
में बच्चे,बूढ़े,जवान
की चली गई जान
थे जो काल से अनजान ।।
हे । ईश्वर देना इनकी
आत्मा को शांति ..
परिवार को इस व्रजपात
को सहने की देना शक्ति ।।
भविष्य में न हो अब
ऐसी अनहोनी
जब तक न मिले
दोषियों को दंड
तब तक रखना
अपनी आवाज को
बुलंद अमृतसर ..
मत रहना तुम मौन ।।
Average Rating
5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%
पसंदीदा साहित्य
-
July 27, 2017
नागपंचमी
-
January 6, 2020
प्रेम
-
September 16, 2023
मातृभाषा ने हिन्दी दिवस पर की निबन्ध व भाषण प्रतियोगिता आयोजित
-
March 15, 2019
प्यार का सन्देश
-
July 24, 2018
दर्द का रिश्ता