# गोपाल कौशलपरिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।
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जन्माष्टमी पर्व विशेष ………………
माखन मिश्री से भरी थाल
सजा है द्वार और चौपाल ।
आएंगे फोडऩे मटकियां
सखाओं के संग गोपाल ।।
चमक रह मोती -सा भाल
सारे संकटों को रहें संभाल ।
आएंगे तोडऩे सारे बंधन
सखाओं के संग गोपाल ।।
प्रेम की बरसती सुरताल
जहाँ विराजते है नंदलाल ।
आएंगे देने गीता उपदेश
सखाओं के संग गोपाल ।।
कंस का बनकर काल
मथुरा को किया खुशहाल ।
आएंगे आज देने आशीष
सखाओं के संग गोपाल ।।
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