जीरी- और मोहद गाव : मध्य प्रदेश

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gulab

मध्य प्रदेश के रायगढ़ जिल्लेमे जीरी गाँव में गावमे स्थानिक “मालवी” भाषा बोली जाती थी | ये गाँव में १२०० लोगोंकी बस्ती में ८०% अनपढ़ है | लेकिन २००७ से वहां गाँव में सभी लोग अंग्रेजी के ज़माने में संस्कृत भाषा में अपना व्यवहार करते है | संस्कृत भाषा से संस्कृति में बदलाव आया | व्यसन का प्रमाण ज्यादा था लेकिन पेहले जैसा घर में शराब, गांजा, बीडी, सिगरेट आदि देखने को नहि मिलेगा | आज उस गाँव में व्यसनी को ढूँढना मुश्किल है |

गुजरत और आंध्र में शराबबंधी की असर धुंधली है लेकिन, अभी पंजाब और हरियाणा के गाँवो में शराबबंधी की लोकप्रियता बढ़ने लगी है | गाँव की पंचायतें शराब की दुकाने बंध करवाने में कार्यरत है | २०० ग्राम पंचायतों ने शराब की दुकाने बंध करवने सरकार को अर्जी दिया है | पंजाब और हरियाणा में ग्रामीण इलाको में “पीपल फॉर ट्रांसपरन्सी” और “सायंटिफिक अवेरनेस एंड सोश्यल अवेरनेस फोरम” नामकी दो संस्थाएं शराबबंधी के लिए जागृति काम कर रही है |  राज्य में कानून की धारा ४० के अनुसार ग्राम सभा शराब की बिक्री पर रोक लगा सकती है | लेकिन ये काम सरल नहीं है | अमल के लिए एकसाइज कमिश्नर की मंजूरी लेनी होगी |

पंजाब के चांगल गाँव के सरपंच परमजीत सिंहजी ने बताया कि हमने अब हमारे गाँव की शराब की दुकाने बंध कराने का निर्णय किया तब हमें बहुत सी धमकियां मिली थी | बताया कि गाँव का विकास रुक जायेगा लेकिन परमजीत सिंहजी ने बताया कि युवाओं और कुटुंब परिवारों का विनाश करके विकास नहीं कर सकते |

पंजाब में एक्साइज कमिश्नर वेणु प्रसाद ने बताया कि ७२ अर्जी में से ४० का स्वीकार किया गया है | और हरियाणा में १३२ में से ५२ अर्जी ग्राह्य रखी है | हरियाणा में ३५०० देशी शराब की दुकाने है | पंजाब में ८००० है | शराब से ३५०० करोड़ की टेक्स की इनकम सरकारको होती है | पंजाब में दारूबंधी सफ़ल ग्रामीण इलाकों में सफल है | १९९४ में पंजाब में कानून की धारा ४० अंतर्गत शराबबंधी ७२ गाँव पंचायतो ने अपने गाँव में शराबबंधी लागु करवाई है |

भारत में ५७% और ११% महिलाएं व्यसनी है | गुजरात में ५१% पुरुष और १७% महिलाओं को तम्बाकू के कारण केंसर होता है १३ से १५ साल की आयु के १९% बच्चे तम्बाकू के आदी है | दुसरे १८% बच्चे इसमें शामिल होंगे| ८ से १२ में पढाई करते ३०% बच्चे तम्बाकू / गुटका के आदी है | विश्व में १० में से १ आदमी तम्बाकू के कारण मर जाता है | सरकार स्वास्थ्य के लिए ४५० करोड़ ऐसे लोगों के लिए खर्च करती है | धूम्रपान / तम्बाकू के कारण १२ लाख लोगों को फेफड़ा का केंसर होता है | १० लाख लोगों को लीवर का | नौ लाख लोगों को अन्ननली का केंसर होता है | धुम्रपान से मरने वाले लोगों में १० में से सात भारत के होते है | पुरे देश में ४.३० करोड़ महिलाएं धुम्रपान करती है | आंध्र में ६७% महिलाएं व्यसनी है | गुटका से : तम्बाकू से : केंसर, ह्रदयरोग, टी.बी, अस्थमा, नपुंसकता, जातीय कमजोरी होती है |

 

इतिहास – शराब का

शराब का चस्का विज्ञान के अनुसार एक करोड़ साल पहेले अपने पूर्वज ने किया था | शराब से नशा होने वाले मादक द्रव्य का टेस्ट एक करोड़ साल पूर्वज ने किया था ऐसा विज्ञान का दावा है |

और मानवी ने ९००० साल पहेले इसे टेस्ट किया था | पहेले मानवी वृक्ष पर रहता था | जंगल में शिकारी जानवर का डर था | पेड़ से फल खाता था | बचे हुए फल सड जाते थे | इसमें से शराब बनाना शीख लिया | हिंदू संस्कृति में पुरानों में “सूरा” मद्यपान की बात लिखी गई है |

जर्मनी में नाझीओ ने विश्व में प्रथम तम्बाकू विरोधी झुम्बेश शुरु किया था | २० वी सदी में जर्मन डॉक्टरों ने सर्च किया धूम्रपान से फेफड़े का केंसर होता है | इस लिए “एन्टी टोबेको” झुम्बेश चालू किया |

हिटलर युवावस्था में ३५ से ४० सिगरेट पिता था | उनके मित्रने धूम्रपान से नुकशान की बात हिटलर को बताई थी | इस लिए हिटलर ने धूम्रपान से क्या नुकशान होता है इसका संशोधन करवाया था | यूरोप में बढ़ता जाता सिगरेट का व्यसन के लिए यहुदिओं का मुडीवाद जिम्मेवार है | १९१२ में जर्मनी में “बोहे मिनियम ओर्गेनाइझेशन” द्वारा तम्बाकू और धूम्रपान का विरोध करने जर्नल को जर्मन भाषा में पारित किया गया था | इसका असर ओस्ट्रिया और ज़ेकोस्लोवाकिया देश में भी हुआ | जर्मनी में सिगरेट विरोधी चळवळ चल रही थी फिर एक आश्चर्य की बात यह है कि हिटलर के सैनिको को तम्बाकू और सिगरेट की आदत थी |

दुसरे विश्व युध्ध के बाद जर्मनी को नाझीओं का पतन होने से अम्ररीका ने अपने देश की सिगरेट कम्पनिओं को जर्मन में घुसा दिया | १९४९ में अमरीका ने ४०० मिलियन सिगरेट और तम्बाकू से लदे जहाज जर्मन में भेज दिया |

अमरीका में भी अपने देश की तरह स्कुल और कोलेज में पढ़ते युवा-युवतियां बचपन से ही नशीले पदार्थ के आदी बन गये है | चिंता का विषय यह है कि जब ड्रग्स नही मिले तब नशा के लिए कृत्रिम नुकशानकारक पदार्थों का सेवन करते है | ऐसी दवाई का उपयोग करते है | ये जहरीली दवाएं शरीर को खतम कर देती है | “ऑरेगोन” राज्य के मुल्थनो माए काउन्टी के स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक ही महीने में शरीर को नुकशान पहुंचा चुके युवक युवतियां की तस्वीरे पब्लिश की थी |

हर प्रेमी उसके प्रेमी को कुछ न कुछ गिफ्ट देता है | यही अरसे में एक अबजोपति रशियन ने उसकी प्रेमिका को गिफ्ट करने के लिए इ-ऑर्डर दिया था | इ-सिगरेट का आर्डर दिया था | ये सिगरेट २४ केरेट सोने से तैयार की गयी है | इस में २४६ हीरे लगाये है | एक हीरे की किम्मत १८०० पाउन्ड है | ब्रिटन के “शीशा स्टिक” नाम की कम्पनी ने ये सिगरेट बनाइ है |“शीशा स्टिक सोफिया” के नाम से ये सिगरेट बनाइ गई है | ये सिगरेट तैयार करने में ५,५०,०००/- पाउन्ड का खर्च हुआ है | ये रशियन ओरल मेग्नेट की पहचान नहि हो शकी है | लेकिन प्रेमी ने प्रेमिका के लिए उसके जन्म दिन पर गिफ्ट देने के लिए बनवाई थी |

न्युयोर्क में सिगरेट खरीदने के लिए २१ साल की उम्र तय की गई है | पडोशी देश नोलिटा (नोर्थ ऑफ़ लिटल इटली) में सिगरेट, अख़बार, कैंडी, काफी और केक बेचने वाली दुकानों पर तम्बाकू प्रतिबन्ध की सुचना लगाइ गई है |

भारत में अग्रेज लोग शराब और सिगरेट ले आये | मुंबई और कलकता में वेश्यालयों की स्थापना की |

तम्बाकू के सेवन से महिलाओं को कम वजन वाला बच्चा पैदा होता है या मिसडिलीवरी होती है | शराब से आर्थिक / शारीरिक नुकशान होता है | लीवर का केंसर होता है | भारत में हर साल बीडी पीने से ६ लाख लोग मर जाते है |

  • जहाँगीर ने राजगादी में आरूढ़ होने के बाद तम्बाकू और शराब के लिए सख्ताई बर्खी थी |
  • चीन और अमरीका के बाद तम्बाकू के उत्पादन में तीसरे क्रम पर आता है |
  • एक समय एसा था जहाँ तुर्की में धूम्रपान करने वाले के होठ काट दिये जाते थे
  • ईरान के सम्राट भी तम्बाकू के विरोधी थे |
  • चीन के सम्राट झोंग्झे ने तम्बाकू पर प्रतिबन्ध डाला था |
  • मध्य प्रदेश के त्रिकमगढ़ जिल्ले के डूडा टोरा गाँव में महिला सरपंच रामबाई ने नियम बनाया था कि जो शराब पी कर पकडायेगा उसे जुते का हार पहेनाकर पुरे गाँव में घुमाया जाएगा और सामाजिक बहिष्कार हॉगा |
  • महाराष्ट्र सरकार ने शराब पीनेकी उम्र १८ से २५ कर दी है |

गुटखा

करीब १५ राज्यों में गुटखा पर पाबन्दी लगाइ गई है वो काबिले तारीफ है | मध्य प्रदेश में एप्रिल-२०१२ में १६ फेक्ट्री सिल की गई थी | महाराष्ट्र में १५ अगस्त २०१२ से प्रतिबन्ध है | हरियाणा में भी १५ अगस्त से प्रतिबन्ध है | केरल, तमिलनाडु, गोवा, हिमाचल प्रदेश और आंध्र में पहेले से ही प्रतिबन्ध गुटखा पर लगा है }

स्वामी विवेकानंदजी की १५० वी जन्म-जयंती समारोह पर गुजरात में गुटखा पर ११ सितम्बर २०१२ से पाबन्दी लगा दी है | इसकी जानकारी १५ अगस्त २०१२ के दिन नरेंद्रभाई मोदीजी ने दी थी |

यह बताना जरूरी है कि मैं पोरबन्दर में जिल्ला शिक्षाधिकारी कचहरी में ओफिस सुप्रीन्टेन्डन्ट था तब मैने विद्यार्थियों के साथ मोदीजी का ओन-लाइन कार्यक्रम में सभी विद्यार्थिओं ने कुछ करनेका संकल्प लिया कि मैं ५ अनपढ को पढ़ाऊंगा, ५ पौधे लगाउंगा तब मैंने भी सकल्प लिया था और व्यसन मुक्ति कार्यक्रम की शुरुआत ५ सितम्बर २००८ से की | में स्कुल कोलेज में कार्यक्र्म देता हूँ | ३०० से अधिक स्कूलों में कार्यक्रम किये है | ७००० से ज्यादा संकल्प करवाए है |

गुटखा: तमिलनाडू और गोवा में प्रतिबन्ध है गुटखा पर | “मैने अख़बार में पढ़ा था ”

  • झारखण्ड में जिस महिला को बीडी बनाने आती है इसे ही उसका पति अपने पास रखेगा | जिस ओरत को बीडी बनाना नहि आता है उसे तलाक दी जाती है |
  • एक सर्वे अनुसार: केरल में पांच में से एक विद्यार्थी ड्रग का आदी है | हर १४ विद्यार्थिओं में से १ विद्यार्थी बिना मोत म्ररनेका प्रयास कर्ता है |
  • पुरे देश में १५ साल के ४ करोड़ बच्चे तम्बाकू के आदी है |
  • भारत में तम्बाकू खाने वाली महिलाओ सबसे ज्यादा है इसलिये महिलाओं में फेफड़े का केंसर ज्यादा होता है |
  • भारत में रोजाना २२०० लोग और सालमें १० लाख लोग तम्बाकू के कारण मर जाते है
  • रोजाना ५५०० युवा तम्बाकू खाना सीखते है |
  • २५ करोड़ लोग तम्बाकू का या इसकी बनावट की चीजों का नियमित उपयोग करते है |
  • तम्बाकू में ४०० से ज्यादा खतरनाक रसायन होए है | इसमें से ४८ द्रव्य केंसर पैदा करतें है | निकोटिन से लोग व्यसनी बन जाते है |
  • एक सर्वे के मुतबित केंसर के १०० में से ८५ लोग बीडी, तम्बाकू, सिगरेट के व्यसनी थे |
  • देश में १५ साल की आयु के ४ करोड़ बच्चे तम्बाकू का सेवन करते है |
  • विश्व में २०२० तक १० करोड़ और भारत में ८ करोड़ लोग केंसर से मर जायेगें

मोदीजी जब पोरबंदर में गरीब कल्याण मेले में आये थे तब २००९ में मेरा सन्मान करके प्रशस्ति पत्र दिया था | वो बात उन्हें याद थी इसलिये जब मैंने “गुटखा” पर पाबन्दी की मांग राखी तो उन्हों ने वो करके दिखाया |

ग्लोबल एडल्ट टोबेको के सर्वे के मुताबिक (२००९-१०) (GATS) पुख्त उम्र की ३५% व्यक्तियाँ एक या दुसरे रूप में तम्बाकू का उपयोग करते है |

ड्रग्स

वडा प्रधान (प्रधान मंत्री) नरेंद्र मोदीजी ने रेडिओ पर १४.१२.२०१४ में मन की बात कही थी | उन्हों ने बताया था की ड्रग्स तीन मुसीबतें लाती है |  (१) डार्कनेस (२) डिस्ट्रक्शन (३) डीवेस्टेशन | ड्रग्स इन्सानको गाढ अंधकार में धकेल देता है | ये मनोवैज्ञानिक समस्या है | ड्रग्स मुक्त भारत के लिए फ़िल्मकार, रमतवीर और अन्य संस्थओं की मदद से ड्रग्स मुक्त भारत का निर्माण करेंगें | मादक द्रव्यों के व्यापर से मिलती धन राशी का उपयोग आतंकवाद के लिए किया जाता है | युवाओं को मादक द्रव्यों से दूर रहने की अपील की है |

“क्वीन ऑफ़ पॉप मेडोना”ने एक पत्रिका के कवर पेज पर अपनी वस्त्रविहीन तस्वीर दी थी | उसने मर्ट आलस और मार्कोस पिगोट तस्वीरकार को अपनी न्यूड तस्वीरें दी थी | अपनी जात को भगवान के जुड़ने के लिए लोग ड्रग्स लेते है एसा बताया था | लोग ड्रग्स लेकर मोत के करीब जाते हैं | ये एक प्रकार की “शोर्ट सर्किट” है | वो आनन्द लेना नहीं चाहती थी इसलिये ड्रग्स हेबिट से बाहर निकल गई | और बताया था कि मेरे मन पर मोत का कब्जा है और जब मोत आएगी तब मेरे मन में क्या विचार चलते होगें वो मुझे कुछ मालूम नहीं है | इसलिये जीवन में सभी लोगों ने जितना हो सके इतना कुछ कर लेना चाहिए |

नशा छोड़ने के लिए आजकल हर्बल “किट” काम आती है | शराब और तम्बाकू छोड़ने का नायाब इलाज है | इसमें कुडजु, नागकेसर, गिलोय, गुलबनफसा जैसे १२ आयुर्वेदिक जड़ीबूटियां का मिश्रण से दो हप्ते में उस व्यक्ति को शराब और तम्बाकू से नफरत होने लगती है |

में सिगरेट बीडी, तम्बाकू, पान मसाला, गुटखा छोडने का आसन तरीका बताता हूँ | मन मक्कम करना चहिए | घर में लौंग, एलची, तज होता ही है | इसमें से जो आपको अच्छा लगे वो ले लेना चाहिए | कभी जी करे कि हमें बीडी और सिगरेट पीना है, मन कर रहा है तब ये चीजों में से कोई एक चीज आप अपनी पास रखकर मुंह में रख सकते है | अपने आप आठ रोज में व्यसन छुट जायेगा |

भांग – गांजा – चरस:ये तीनों चीजें नशीली है | भांग और गांजा के पौधे में जहर होता है | इसके उपयोग से शारीरिक कमजोरी आती है | आँखों का रंग लाल हो जाता है | चक्कर आतें है | भांग पीने वाले मद-मस्त हो जाते है | खाना ज्यादा खाया जाता है लेकिन नशा कम होते ही पेट में गरबड हो जाती है | उल्टियाँ होती है | गांजा पिनेवाले का दिमाग घूम जाता है | गांजा, भांग, चरस के सेवन से विकार आता है | और फिर व्यभिचार में मन लग जाता है | भारत के गाँव में ये पूरा फैला हुआ रोग है

 

अफीन:

इसका नशा भी घातक होता है | ज्यादा मात्रा में लेने से मोत का डर होता है | भारत में श्रीमान पेटने लिखा है कि भारत में बच्चों को भी अफीन दिया जाया है | थकान और ठण्ड को भगाने के लिए उसका उपयोग किया जाता है | रोग या बीमारी को दूर करने के लिए लोग उसका उपयोग करते हैं | हजारों लोग व्यसन के लिए अफीन का उपयोग करतें हैं | बच्चों को देने से उन्हें नींद आ जाती है और वो सो जाते है | बच्चे नशे में रहतें हैं लेकिन उसका स्वास्थ्य ख़राब खोता है, उत्साह खत्म हो जाता है | दवाई का भी कोई असर नहीं होती है | पढाई में चित नहीं लगता | अफीन से कब्जियात, लोही की कमी, आलस, नींद कम होती है और कमजोरी आती है | शरीर फिक्का पड जाता है, आत्म विश्वास चला जाता है |

#गुलाबचन्द पटेल

परिचय : गांधी नगर निवासी गुलाबचन्द पटेल की पहचान कवि,लेखक और अनुवादक के साथ ही गुजरात में नशा मुक्ति अभियान के प्रणेता की भी है। हरि कृपा काव्य संग्रह हिन्दी और गुजराती भाषा में प्रकाशित हुआ है तो,’मौत का मुकाबला’ अनुवादित किया है। आपकी कहानियाँ अनुवादित होने के साथ ही प्रकाशन की प्रक्रिया में है। हिन्दी साहित्य सम्मेलन(प्रयाग)की ओर से हिन्दी साहित्य सम्मेलन में मुंबई,नागपुर और शिलांग में आलेख प्रस्तुत किया है। आपने शिक्षा का माध्यम मातृभाषा एवं राष्ट्रीय विकास में हिन्दी साहित्य की भूमिका विषय पर आलेख भी प्रस्तुत किया है। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय और केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय(दिल्ली)द्वारा आयोजित हिन्दी नव लेखक शिविरों में दार्जिलिंग,पुणे,केरल,हरिद्वार और हैदराबाद में हिस्सा लिया है। हिन्दी के साथ ही आपका गुजराती लेखन भी जारी है। नशा मुक्ति अभियान के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी दवारा भी आपको सम्मानित किया जा चुका है तो,गुजरात की राज्यपाल डॉ. कमला बेनीवाल ने ‘धरती रत्न’ सम्मान दिया है। गुजराती में ‘चलो व्‍यसन मुक्‍त स्कूल एवं कॉलेज का निर्माण करें’ सहित व्‍यसन मुक्ति के लिए काफी लिखा है।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।