मैं स्त्री हूँ। 

0 0
Read Time2 Minute, 19 Second
neera jain
मै स्त्री हूँ हर मुश्किल से
खुद को  उबार लेती हूं।
नही मिलता वक्त फिर भी 
अपने लिए निकाल लेती हूं।
टूटती हु बार बार अंदर से 
फिर भी
अपनो के लिए मुस्कुरा 
देती हूं।
ठहराई जाती हूं गलत मै 
कई बार
फिर भी जरा चुप्पी साध लेती हूं
 मैं हा बिना उफ किये
बहुत सी जिम्मेदारियां संभाल 
लेती हूं मैं।
हा लड़ती हू सच्चाई 
के लिए कई बार 
हा अपनो को जिताने के लिए 
हार मान लेती हूं।
हा नही सहती दर्द अब
अपने भावनाओ को कागज पर 
उतार देती हूं।
महसूस करती हूं तन्हा 
खुद को कई बार
हा तब घर के कोने में
 खुद को तलाशती हु।
हा मैं स्त्री हु सब संभाल लेती हूं 
अपनो की खुशी के लिए 
सब वार देती हूं।

#नीरा जैन 
पता  जयपुर (राजस्थान)
शिक्षा Ba Ma BJMC MJMC…..
लेखिका कवियत्री एंकर मोटिवेशनल स्पीकर ओर आकाशवाणी जयपुर में उदघोषक
प्रकाशन ..समाचार पत्र पत्रिकाओ में लेख प्रकाशित
सदल सुगंध.शब्द शब्द महक.साहित्य उदय , साहित्य कुंदन संगम संकल्पना सांझा काव्य संग्रह में रचनाये प्रकाशित
पुस्तक करियर इन मीडिया प्रकाश्य 
विश्व हिन्दी रचनाकार मंच से वरिष्ठ हिंदी कवियत्री सम्मान 
कविता लोक सृजन  संस्थान से साहित्य सुधाकर संम्मान 
कृतिकार संस्थान की तरफ से साहित्य कुंदन पुरस्कार
पर्यावरण. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ.कन्या भ्रूण जैसे मुद्दों पर जागरूकता को आगे बढ़ाया।
समाज सेवा…बच्चो ओर महिलाओ के विकास के लिए कार्यरत
हरियाणा करनाल से महिला सशक्तिकरण पर कार्य करने हेतु राष्ट्र रतन पुरस्कार से सम्मानित

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

भरोसा

Mon Jun 18 , 2018
ऐ  यार  ना  कर  भरोसा  इतना  भी, अक्सर  भरोसे  टूट  जाया करते हैं । जो  रहते  हैं  दिल  के  बहुत  करीब, वो  ही  अक्सर रूठ जाया करते हैं । विश्वास  पर  गुजारी  मैंने तो जिंदगी, फिर  भी लोग राहों में धोखा दे गए । जिन पे  था रब से भी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।