करें रोशन दीपों से मन को हमारे। हर ले माँ लक्ष्मी दरिद्र दुख हमारेll चहुँ और फैले ज्ञान का आलोक प्यारे। रहे सब जन गण मन सुख से हमारेll नज़र में हम रहते हैं जिसके सहारे। वही मालिक जो टालता दुख हमारेll धर्म के रास्ते अनेक बताए […]
सप्ताह का दिन रविवार,काम होते हैं हज़ार। घर-परिवार में गुज़ार,खुशियां मिलें अपारll मौज सभी मिलकर करो,आया फिर रविवार। अपनों से बातें करो,खुशी गम की हज़ारll नारे झूठे लगा रहे,राजनीति में आज। वादे जनता से किए,नेता जी ने आजll धर्म-जात में बंट गया,देखो अब इंसान। आरक्षण की आग में,जल रहा हिंदुस्तानll […]
दीप घर-घर हम जलाएं दोस्तों। हिन्द को रोशन बनाएं दोस्तोंll नफरतों की बस्तियाँ हो दफन। प्रीत के हम गीत सुनाएं दोस्तोंll बंजर जमीं पर पौध लगाएं हम। धरती को फिर से सजाएं दोस्तोंll खेतों में इमारतें दिख रही है जहां। उनको गिराकर खेत बनाएं दोस्तोंll विश्वास […]
विश्व धरातल पर तुम, मानवता का उदघोष कर दो। सृजन के संसार में तुम, अमिय की रस धार भर दो। संसार सृष्टिकर्ता का, स्वप्न है साकार, गिरि भूमि सागर वन-उपवन रचे विविध आकार। चर अचर बहुजाति जीव, सबमें सुन्दर तम मानव है विकसित बुद्धि विवेकशील कर्म पथ का साधक है। […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।