नव भोर हुई,नव दिन निकला चहुँ ओर चमन था उजला उजला कहीं पंछियों की चहचहाहट थी कहीं मुसाफिरों की आहट थी कहीं खुशबू कलियों की मुस्कान की थी कहीं वाणी नदियों के उफ़ान की थी कहीं गूँज मंदिरों में प्रभुनाम की थी कहीं गूँज मस्जिदों में अज़ान की थी कहीं […]

कहाँ गए भगवान् सुना है बड़े बुज़ुर्गों से कण कण में बसते हैं भगवान पर न जाने मंन क्यों सोच रहा कि कलयुग में कहाँ गए भगवान जब सुनती थी दादी और नानी कोई किस्सा या कोई कहानी हर किस्से में था यही बखान कण कण में बसते है भगवान […]

बीती बरस विरह की घड़ियाँ, देखो आयी मिलन की बेला नव सुन्दर मधुर मिलन की बेला ……. है दूर हुई मुख की मलिनता दिख रहा है नव – यौवन खिलता वीरानी में फिर लगा है मेला देखो आयी मिलन की बेला नव सुन्दर मधुर मिलन की बेला ……. जब होगा […]

पिछले हजारों सालों में समाज के अन्दर महिलाओं की स्थिति में बहुत बड़े स्तर पर बदलाव हुआ है। अगर गुज़रे चालीस-पचास सालों को ही देखे तो हमें पता चलता है की महिलाओं को पुरुषों के बराबर हक़ मिले, इस पर बहुत ज्यादा काम किया गया है। हम यह तो नहीं […]

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सौरमंडल की हम संतान अलग रंग और अलग है नाम….(2) सबसे पहला ,बड़ा और पीला मैं सूरज हूँ आग का गोला दूजा  में बुध सूरज के पास खड़ा हूँ दिखने में छोटा पर बलवान बड़ा हूँ तीजा मैं शुक्र हूँ बड़ा मज़ेदार रहता  गरम  मगर हूँ चमकदार चौथी मैं पृथ्वी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।