यह सच है कि जीवन में प्यार होना चाहिए, पर प्यार में चरित्र-संस्कार होना चाहिए। मधुमय वचन सुन मन हो प्रसन्न, हर अदा में मोह-चमत्कार होना चाहिए। खुदा भी खुद को भूल जाए, हाय, सादगी संग सोलह श्रृंगार होना चाहिए। ‘सावन’ प्यार है जीवन का दैवीय उपहार, तन-मन पर प्यार […]

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  प्रभु जी तुम हो दुनिया के संकट मोचन, मुझे संकट से उबारो हनुमानजी। राम भक्त हो तुम,राम जी के काज संवारे, आज मेरे काज को संवारो हनुमान जी। मेरे जीवन की नैया बीच मझधार में है, मेरी नाव को पार उतारो हनुमान जी। कलयुग में बढ़ गया पाप बहुत […]

पचपन में भी, बचपन का मन जिंदा रहना चाहिए। आसमान के हर कोने में, पंख सुनहरे सपनों वाला परिंदा रहना चाहिए॥ सौ सुनहरे तारों पर भी, आसमां में सबका मनहर चंदा रहना चाहिए। सागर की सौ लहरें फिर भी जीवन हर पल जिंदा रहना चाहिए॥ अल्हड़पन और मस्ती खातिर, दिल […]

‘फुकरे रिटर्न्स’ के निर्देशक- मृगपालसिंह लाम्बा हैं तो निर्माता रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर हैं। कलाकारों में ऋचा चड्ढा,पुलकित सम्राट, वरूण शर्मा,प्रिया आनन्द, अली फैज़ल,पंकज त्रिपाठी और विशाखा ने अभिनय किया है। २ घण्टे १५ मिनट की इस फिल्म की कहानी पिछली फिल्म से ही शुरू की गई है। भोली पंजाबन (ऋचा) को जेल हो चुकी है,वह जेल […]

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान इतना मशगूल है कि, उसे पैसे कमाने के अलावा कोई और काम समझ नहीं आता है। यहाँ तक कि,खाने-पीने से लेकर, अपने बच्चों,अपने परिवार में भी इसीलिए उलझा हुआ है। आज समाज अमीर और गरीब दो भाग में बंट गया है, आज अमीर […]

रामभरोसे और नयनसुख शहर के दो बहुत ही प्रतिष्ठित परिवारों के मुखिया थे। दोनों परिवारों के बीच दांत-काटी रोटी जैसे मधुर संबंध वर्षों से थे। समय चक्र अपने दायित्व का भली-भांति निर्वाह कर रहा था। कुछ समयान्तर के बाद रामभरोसे की पुत्री ने स्नातक और नयन सुख के पुत्र ने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।