नए साल का आगमन

0 0
Read Time1 Minute, 15 Second

cropped-cropped-finaltry002-1.png
न दिल में है,न मन में है,
साल की हर याद,हमारे जेहन में हैl
साल के आखरी महीने,और साल की अंतिम कड़ी,
नए साल के आगमन में,बढ़ रही है घड़ीll

क्रिसमस का है इंतजार,
आने वाला है,नए साल का वारl
नई उम्मीद,नए सफर की राह,
है बस,नए संग की चाहll

२०१७ ने,बहुत कुछ दिया,
हर कुर्बानी को ले,हर उदासी को लियाl                                                      २०१८,एक सपने का सहारा है,                                                                            नई उम्मीद लिए,एक नए सपने का नजारा हैll

साल के अंतिम महीने,                                                                                        खुशियों के संग गुजरेl                                                                                        शुभकामना यही कि,                                                                                              सब अपने और निखरेंll

                                                #खुशबू कुमारी

परिचय:खुशबू कुमारी की जन्मतिथि-२० जनवरी १९९६ और जन्म स्थान-मैथन(धनबाद) हैl वर्तमान में आपका निवास एरिया न. ३ में मैथन डैम(धनबाद) के पास हैl झारखंड राज्य से सम्बन्ध रखने वाली खुशबू कुमारी ने गणित विषय से स्नातक की पढ़ाई की हैl लिखना आपकी पसंद का काम हैl 

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

मां

Thu Dec 21 , 2017
न सोना न चांदी,न हीरे जवाहारात, मां के आगे किसी की क्या बिसात। जिगर में छुपाए शबनमी माहताब, शाख़ों को देती मंजिलें आफताब। देखा है मां को पल-पल बड़ा होते, बचपन से अपने दायित्व निभाते। आज बिस्तर पे लेटे-लेटे ताक रही, जिंदगी का फ़लसफ़ा सिखा रही। आंखों से शबनम गुमशुदा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।