थोड़ी-सी जमीं,
थोड़ा आसमां चाहिएl
हमें वो हमारा सुनहरा,
प्यारा-प्यारा बचपन चाहिएll
बचपन के वो दिन भी,
लगते कितने सुहाने थेl
बारिश के मौसम में,
कागज़ की कश्ती बनाकर
बरसात के पानी में
हर रोज बहाते थेll
गुड्डों का गुड़ियों संग,
ब्याह रचाया करते थेl
आँखें मींचे सखियों संग,
छुप्पन-छुपाई खेला करते थेll
आँखों में कई सपने सजाए,
होंठों पर सदा एक मुस्कान लिएl
ऐ मेरे बचपन रहेगी याद सदा तेरी,
मेरे ह्रदय रूपी मन मंदिर मेंll
#विनीता चैल
परिचय : झारखंड राज्य से सम्बन्ध रखने वाली विनीता चैल की जन्मतिथि १५जनवरी १९७७ एवं जन्मस्थान-रामडीह है। आपने इतिहास विषय से स्नातक की पढ़ाई की है। कार्यक्षेत्र आपका परिवार ही है। वर्तमान में झारखण्ड के शहर बुंडू (रांची) में चौक बाजार में निवास है। लेखन आपकी पसंद का काम है। कुछ प्रतिष्ठित दैनिक अखबारों में आपकी रचना प्रकाशित हुई है। लेखन का उद्देश्य रुचि है।