वो राम कहाँ से लाऊ…..

0 0
Read Time54 Second
sandhya
वो राम कहाँ से लाऊ अब
जो रावण का संघार करें।
सीता को हरने से पहले
रावण भी अपने  मन मे,
सौ सौ बार विचार करें।
उस को था पता कि
राम जरूर आयेंगे ,
सीता को बचा ले जायेंगे।
नही करना था उस को
सीता को कलंकित
इसलिए कभी ना
हाथ छुआ
देवी की तरह रही पवित्र
रावण के भी आँगन में
कभी ना कोई जोर
अबला पर किया।
आज भूल गए है
की मर्यादा का
रावण ने भी सम्मान किया
कभी विषम परिस्थितियों में
भी उस ने अपनी
सीमा पार किया।
कलयुग के जो दानव है
रावण कहलाने योग्य नही ।
रावण ने कभी पलट
सीता पर कोई प्रहार किया।।
#संध्या चतुर्वेदी
अहमदाबाद (गुजरात)

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

दुर्गा वंदन

Thu Oct 18 , 2018
मैया तेरे चरणों में थोड़ी सी जगह जो मिल जाए सच कहता हूं मेरी मैया जीवन सफल हो जाए कृपा दृष्टि तेरी मैया जिस पर भी हो जाए सच कहता हूं मेरी मैया फिर न कभी वह मन घबराए तेरे दर जो इक बार आ जाए वो न कभी फिर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।