नादान इंसान

0 0
Read Time57 Second
 shubha-300x196
चलाकर  दौर-ए-आतिश  बना नादान रहता है।
कहाँ   इंसान   खोया   है   कहाँ  इंसान रहता है॥
इबादतगाह  देवालय  न  सज़दों में उसे  खोजो।
हमारी रूह के अंदर छुपा भगवान  रहता  है॥
वही  रिश्ता जीएगा  उम्र जिसमें नेक नीयत हो।
उजाला भी वहीं से है जहाँ ईमान रहता है॥
मुकम्मल ज़िंदगी के ख्वाब हों यह आरजू दिल में।
वफादारी  मुहब्बत  से  मगर अनजान रहता है॥
खुशी के पल गुजर जाते ठहरकर दो घड़ी केवल।
कि,तन्हाई उदासी  गम  बहुत सामान रहता है॥
रहे जो खार में हँसकर भुलाकर हर तपिश तल्खी।
उसी का खिलखिलाता इक हसीं बागान रहता है॥
न इतराना अमीरी  में कभी तू भूलकर ऐ! दिल।
गरीबी  में  ‘अधर’  जीना  नहीं आसान रहता है॥
                                                    #शुभा शुक्ला मिश्रा ‘अधर’

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

जो इंसा का न हुआ..

Tue Oct 10 , 2017
तेरी नजरों में जो हूँ तो सब कुछ हूँ मैं, तुमसे जुदा,मेरी कोई पहचान नहीं है। चाहे लाख गीत गाएं हम,मोहब्बत के, तुझ तक न पहुंचे वो कीर्तन,अजान नहीं है। पतंगे भी मर मिटते हैं,मोहब्बत में किसी की, जो इंसा का न हुआ,वो इंसान तो नहीं है। इतना क्यों अकड़  […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।