भक्ति

0 0
Read Time1 Minute, 29 Second

भक्ति में करता प्रभु की,
साँझ और सबेरे।
चरण पखारू तेरे
साँझ और सबरे।
चरण पखारू तेरे
साँझ और सबरे।
तेरे करुणा भरे दो नैन
मेरे दिलको दे रहे चैन।
तेरे करुणा भरे दो नैन…।

क्या ज्ञान क्या अज्ञानी जन,
आते है निश दिन मंदिर में।
एक समान दृष्टि तेरी
पड़ती है उन सब पर।
पड़ती है दृष्टि तेरे उन सब पर।
तेरे करुणा भरे दो नैन
मेरे दिलको दे रहे चैन।
तेरी करुणा भरे दो नैन
मेरे दिलको दे रहे चैन।।

त्याग तपस्या की
ऐसे सूरत हो।
चलते फिरते
तुम भगवान हो।
दर्शन जिसको
मिल जाये बस।
जीवन उनका धन्य होता।
जीवन उनका धन्य होता।
तेरा जिसको मिले आशीर्वाद।
उसका जीवन हो जाये कामयाब।
तेरा जिसको मिले आशीर्वाद।
उसका जीवन हो जाये कामयाब।।

भक्ति में करता
विद्यासागर जी की।
चरण पखारू उनके
साँझ सबरे।
चरण पखारू उनके
साँझ सबरे।
तेरी करुणा भरे दो नैन,
मेरे दिलको दे रहे चैन।
तेरे करुणा भरे दो नैन
मेरे आत्मा को दे रहे चैन।।

आचार्यश्री के चरणों में यह भजन समर्पित है।।

जय जिनेन्द्र देव
संजय जैन, मुम्बई

matruadmin

Next Post

बुद्ध

Wed May 19 , 2021
सुख-दु:ख का सम भाव है बुद्ध… सांसारिक कैद से मुक्ति का मंत्र है बुद्ध… ज्ञान, ध्यान, विचार का सागर है बुद्ध… अपार उतार-चढ़ाव में न डिगे वह नौका है बुद्ध… मोह- माया का संपूर्ण त्याग है बुद्ध… इंसानी इच्छाओं का पूर्ण त्याग है बुद्ध… मानवरूप से देवरूप को प्राप्त हो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।