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सुख-दु:ख का सम भाव है
बुद्ध…
सांसारिक कैद से मुक्ति का मंत्र है
बुद्ध…
ज्ञान, ध्यान, विचार का सागर है
बुद्ध…
अपार उतार-चढ़ाव में न डिगे वह नौका है
बुद्ध…
मोह- माया का संपूर्ण त्याग है
बुद्ध…
इंसानी इच्छाओं का पूर्ण त्याग है
बुद्ध…
मानवरूप से देवरूप को प्राप्त हो जाना ही है
बुद्ध…
वैराग्य, महा वैराग्य को प्राप्त हो जाना ही है
बुद्ध…
संसार में आसान नहीं है
बुद्ध बनना !
मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
आगरा, उत्तर प्रदेश
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