लेखक पाठक और श्रोता का रिश्ता

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सागर से भी गहरा है
हमारा आपका रिश्ता।
आसमान से भी ऊंचा है
हमारा आपका का रिश्ता।
मैं दुआ करता हूँ ईश्वर से,
की ऐसा ही बना रहे ये रिश्ता।।

समर्पण का दूसरा भाव हैं
आपका हमारा रिश्ता।
विश्वास की अनूठी गाथा हैं
लेखक पाठक का रिश्ता।
स्नेह प्यार की मिसाल हैं
हम दोनों का रिश्ता।
तभी तो माँ वीणा की कृपा
बनी रहती है लेखक पर।।

दिलकी गहराई से दुआ दी है
आप लोगों ने मुझे।
इसी तरह से आगे भी
प्रतिक्रियां आप देते रहे।
नज़र ना लगे कभी हम
दोनों के इस रिश्ते को।
चाँद-सितारों से भी लंबा साथ
बना रहे लेखक पाठक का।।

कभी ख़ुशी कभी गम
ये स्नेह हो न कभी कम।
हम लिखते रहे आप पड़ते रहो
लेखक पाठक के रिश्तों को
और मजबूत करो।
तभी देश में गुलाब की
तरह दोनों महकते रहोगें।।

लेखक के भावों को समझकर
शायद आपको सुकून मिलेगा।
बुझते हुए दिलों में
खुशियों के कमल खिलेंगे।
दिनका हर लम्हा ख़ुशी देगा
हमारे पाठक गणों को।
गमकी हवा छू के भी ना गुजरे
ऐसी दुआ लेखक दिलसे
अपने पाठको देता हैं।।

संजय दिलसे आभारी है
अपने श्रोता और पाठको का।
जिन्होंने संजय को इस
मुकाम तक पहुँचाया।
आगे भी सलामत रहे
हमारा आपका साथ।
क्योंकि लेखक का परमात्मा
उसका पाठक ही होता है।।

जय जिनेन्द्र देव
संजय जैन (मुंबई )

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।