प्यार को प्यार से
जीतो कोई बात होगी।
दिलको दिलसे मिलाओ,
तो कोई बात होगी।
दोस्ती करना है तो,
दुश्मन से करके देखो?
खत अगर लिखा है तो
दुश्मनों के पते पर भेजो।।
जिंदगी तेरी एकका,
एक बदल जाएगी।
बंद किस्मत भी तेरी,
एक दिन खुल जाएगी।
मनके बुझे दीपक भी,
तेरे सब जल जाएंगे।
बस दिलकी आवाज़ को,
दिल से सुनकर देखो।।
प्यार की आस हर,
दिल को होती है।
हर दिल की पुकार,
दिलको पता होती है।
इसलिए मन कि आंखे,
दिल वाली को ढूंढती है।
और दिलके सुनेपन को,
प्यार से भर देती है।।
तब संजय कहता है कि,
प्यार में कुछ तो होता है।
जो लोगों के दिलों को
प्यार से जीत लेता है।
और प्यार से जीने की
सबको शिक्षा देता है।
सही कहें तो प्यार में
कुछ तो होता हैं…।।
जय जिनेन्द्र देव
संजय जैन (मुम्बई)