जिंदगी का राज

0 0
Read Time1 Minute, 8 Second

लोग मेरी मुस्कान का
राज पुछते हैं I
क्योंकि,
मैंने कभी दर्द की
नुमाइश नहीं की I
जिंदगी से जो मिला
कबूल किया I
किसी चीज की
फरमाइश नहीं की।।

मुश्किल है समझ पाना मुझे I
क्योंकि,
जीने के अलग है
अंदाज मेरे I
जब जहां जो मिला
अपना लिया I
ना मिला उसकी
ख्वाहिश नहीं की।।

भले ही लोगो ने
मुझे दर्द लाखो दिए।
क्योकि ,
मैंने हमेशा परिस्थितियों से लड़ना जो सीखा।
कामयाबी मिल गई तो भी ज्यादा खुश नहीं हुआ।
न मिली तो भी अपने
गमो की शिकायत नहीं की।।

जब भी सफलता ने
मेरे कदमो को चूमा।
क्योंकि,
मैंने संघर्ष करने से
कभी हार जो न मानी।
दिलो जान से हमने
इसे जो अपनाया है।
परीक्षा फल आने पर भी
इसे हमने तबज्जो न दिया।।
मेरा जिंदगी को जीने का
लोगों यही राज है।।

संजय जैन (मुंबई)

matruadmin

Next Post

शि‍वराज सिंह के जागरण का कोई जवाब नहीं

Sat Mar 13 , 2021
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले की बुधनी तहसील मुख्यालय से 24 किमी दूर ग्राम जैत में एक मध्यमवर्गीय कृषक प्रेमसिंह चैहान के घर 5 मार्च 1959 को माता सुदंरबाई ने एक ओजस्वी बालक को जन्म दिया। जो बडा होकर शि‍वराज सिंह चैहान के नाम से सारे जगत में विख्यात हुआ। इसकी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।