तुम हो

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sachin

मेरे जीवन का आधार हो तुम,, मेरी खुशीयों का संसार हो तुम,,
बड़ी मुश्किल से तुमको पाया है,, मेरी लोरी का अल्फाज़ हो तुम,,
मेरी आंखो के सितारे हो,, मेरे आंगन के राज दुलारे हो,,
मेरे जीवन रूपी आसमान के, तुम ही तो ध्रुव तारे हो,,
मेरे साजन की छाया हो, मेरी चोखट का श्रृगांर हो तुम,,
मेरे जीवन का आधार हो तुम, मेरी खुशीयों का ससांर हो तुम,,
मेरे उपवन के पौधे तुम, तुम ही फूल चमन हो,,
मेरी आंखो में सजते, तुम ही नयन कमल हो,,
मेरे आचंल के इन्द्रधनुष के , अद्रित रंगदार हो तुम,,
मेरे जीवन का आधार हो तुम, मेरी खुशीयों का संसार हो तुम,,
मेरे खुश होने की आदत हो, मेरे जगने का बहाना हो,,
मैं हुं तेरी यशोदा मां ,, तुम ही तो मेरे कान्हा हो,,
तेरी मीठी बोली जैसे , नंदलाला का अवतार हो तुम,,
मेरे जीवन का आधार हो तुम, मेरी खुशीयों का ससांर हो तुम,,
राणा की यही गुज़ारिश रब से, बस इतनी सी फरमाईश है,,
बेटा चले ना गलत मार्ग पर, हर मां की यही बस ख्वाहीश़ है,,
मेरे ख्वाबों की दुनिया का, एक सच्चा सपना साकार हो तुम,,
मेरे जीवन का आधार हो तुम, मेरी खुशीयों का संसार हो तुम,,
मेरे साजन की छाया हो, मेरी चोखट का श्रृगांर हो तुम ।

#सचिन राणा हीरो

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।