याद करोगी मुझको,मेरी बातो को याद करके ,
चला जाऊ जब जहाँ से याद करना जी भर के |
कैसे करू गुफ्तगू तुमसे,जब पास नहीं तुम मेरे ,
आओगी जब पास मेरे,गुफ्तगू करना जी भर के |
भूल जाना उन हसीन दिनों को जब पास थी मेरे ,
आऊंगा जब दुबारा,बात कर लेना तुम जी भर के |
फुर्सत नहीं मिलेगी,जब बसोगी तुम दिल मेरे ,
गर्दन जरा झुकाना,देख लेना मुझे जी भर के |
रोती हो क्यों अभी से,अभी पास हूँ मै त्तेरे ,
उठे जब जनाज़ा मेरा,रो लेना तुम जी भर के |
बर्बाद हुआ हूँ हमेशा,कभीआबाद नहीं हुआ हूँ ,
चले गये कहाँ तुम, बर्बाद करो मुझे जी भर के |
लिखेगा रस्तोगी अब कैसे,जब पास नहीं तुम मेरे
आओगी जब तुम पास मेरे,मै लिखुगा जी भर के |
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम