करवाचौथ

0 0
Read Time1 Minute, 54 Second

सुहागनों का फिर एक त्यौहार आया है,
जिसका नाम करवाचौथ बताया है।
हर एक सुहागन ने मेंहदी से,
आपने पिया का नाम लिखवाया है।।

सुबह से काम में व्यस्त होने लग जाती हैं,
सज सबर के येे कुछ अलग अंदाज़ में आतीं हैं।
एक नई खुशी, नया पल को येे हर साल जीतिं है,
अपने पति की लम्बी आयु की दुआ रब से करतीं हैं।।

समय समय पर खाने वालीं भी भूखी रहतीं हैं,
रहे सलामत उनका पिया बस यही कामना करती हैं।
तरह – तरह का पकवान बनाने में इनका दिन गुजर जाता है,
फिर रात होते से ही इनको वो चांद नजर आता है।।

देकर अर्ग उस चांद को शीश अपना झुकती हैं,
छलनी में पिया को देख फूली नहीं समाती हैं।
पति अपना फर्ज़ निभा कर पानी इन्हें पिलाते हैं,
मुंह मीठा करा एक – दूसरे का भोजन की तरफ जाते है।।

होता है कुछ ऐसा येे त्यौहार,
जो साल में एक बार आता है।
दीपावली के ग्यारह दिन पहले,
इसे मनाया जाता है।।

नाम- सुरभि शर्मा
साहित्यिक उपनाम-
वर्तमान पता- ग्वालियर
राज्य- मध्य प्रदेश
शहर- शिवपुरी
शिक्षा- B.com, M.com, DCA, PGDCA, D.ed, B.ed (2year)
कार्यक्षेत्र- वेटरनरी हॉस्पिटल में कार्यत
विधा –
मोबाइल/व्हाट्स ऐप – 7804987832
प्रकाशन-
सम्मान-
ब्लॉग-
अन्य उपलब्धियाँ-
लेखन का उद्देश्य- अपनी प्रतिभा के बाद आगे बढ़ना, हिन्दी भाषा को और बारीकी से जानना, हिंदी के प्रति और लोगो का ध्यान केंद्रित करना

matruadmin

Next Post

नव निर्माण

Thu Nov 5 , 2020
संसार है एक धर्मशाला यहां आते जाते है लोग कोई सदा नही रहा यहां नही रहा सदा एक का जोर परमात्मा की कठपुतली है सब जब जैसे चाहे वैसे नचाये याद परमात्मा रहा जिसे वही रहा परमात्म सिरमौर कमाई दौलत यही रह जाती सिर्फ कर्म से बंधी है भाग्य डोर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।