सुहागनों का फिर एक त्यौहार आया है,
जिसका नाम करवाचौथ बताया है।
हर एक सुहागन ने मेंहदी से,
आपने पिया का नाम लिखवाया है।।
सुबह से काम में व्यस्त होने लग जाती हैं,
सज सबर के येे कुछ अलग अंदाज़ में आतीं हैं।
एक नई खुशी, नया पल को येे हर साल जीतिं है,
अपने पति की लम्बी आयु की दुआ रब से करतीं हैं।।
समय समय पर खाने वालीं भी भूखी रहतीं हैं,
रहे सलामत उनका पिया बस यही कामना करती हैं।
तरह – तरह का पकवान बनाने में इनका दिन गुजर जाता है,
फिर रात होते से ही इनको वो चांद नजर आता है।।
देकर अर्ग उस चांद को शीश अपना झुकती हैं,
छलनी में पिया को देख फूली नहीं समाती हैं।
पति अपना फर्ज़ निभा कर पानी इन्हें पिलाते हैं,
मुंह मीठा करा एक – दूसरे का भोजन की तरफ जाते है।।
होता है कुछ ऐसा येे त्यौहार,
जो साल में एक बार आता है।
दीपावली के ग्यारह दिन पहले,
इसे मनाया जाता है।।
नाम- सुरभि शर्मा
साहित्यिक उपनाम-
वर्तमान पता- ग्वालियर
राज्य- मध्य प्रदेश
शहर- शिवपुरी
शिक्षा- B.com, M.com, DCA, PGDCA, D.ed, B.ed (2year)
कार्यक्षेत्र- वेटरनरी हॉस्पिटल में कार्यत
विधा –
मोबाइल/व्हाट्स ऐप – 7804987832
प्रकाशन-
सम्मान-
ब्लॉग-
अन्य उपलब्धियाँ-
लेखन का उद्देश्य- अपनी प्रतिभा के बाद आगे बढ़ना, हिन्दी भाषा को और बारीकी से जानना, हिंदी के प्रति और लोगो का ध्यान केंद्रित करना