भरोसा नहीं

0 0
Read Time56 Second

लूटकर सब कुछ अपना
तेरी शरण मे आया हूँ।
अब दवा दो या ये जहर
ये तेरे पर निर्भर करता है।
तेरी रहमत पर ही जिंदा हूँ
इसलिए तेरा आभारी हूँ।
और जिंदगी को अब
धर्मानुसार जी रहा हूँ।।

न कोई किसी का होता
न कोई कोई रेहम करता है।
मिलता जिसको भी मौका
क्या अपना और पराया।
वो किसी को भी
लूटने से नहीं चुकता है।
और धन को महत्व देकर
रिश्तों को भूल जाता है।।

आज कल इंसानों को
जानवरो से कम डरता है।
पर इंसानों से सबसे ज्यादा
खुद इंसान डरता है।
क्योंकि अब इंसान और
इंसानियत पूरी मर चुकी है।
इसलिए वो अब अकेला
जीना पसंद कर रहा है।।

जय जिनेन्द्र देव
संजय जैन (मुम्बई)

matruadmin

Next Post

गुरु

Sun Sep 6 , 2020
अबोध से बोध बनाता जो सदगुरु वही कहलाता है जीवन का सन्मार्ग बताए शिक्षक वही तो भाता है जीवन जिसका प्रेरक रहे शिक्षक वह सम्मानित रहे मर्यादा गुरु की घटने न पाए गरिमा गुरु की बढ़ती ही जाए शिष्य की उन्नति भाए गुरु को सुखद एहसास मिले गुरु को परमात्म […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।