मै भारत माँ का बेटा हूँ

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मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
भारत माँ मेरी माता है ,
भारत माँ का लाल हूँ ,
भारत माँ का सोना हूँ ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
भारत माँ मेरी आँशु है ,
भारत माँ की छांव में ,
हर दिन सुकून पाता हूँ ,

मै माँ का बेटा हूँ ,
भारती की मै आशियाने मे ,
हर दिन-रात भटकता हूँ ,
भारत माँ आन-बान-शान है मेरी ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
भारत माँ को पुजता हु मै ,
भारत माँ की राह चलता हूँ मै ,
भारत माँ आरजू है मेरी ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
मेरी भारत माँ विश्व की सिरमौर है ,
जिसे सारी दुनिया मे पूजा जाता ,
जहाँ राम की पूजा होती ,
सभी अल्लाह को पुकारते है ,
गुरुनानक देव जन्म लिए ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
जहाँ जैन धर्म की उत्पति हुई ,
महावीर यहाँ पैदा हुये ,
बुद्ध ये जन्म भूमि हुई ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
जहाँ रफी साहब राम का गीत सुनाते ,
प्रेमचंद्र बच्चो को ईदगाह सुनाते ,
कितनी प्यारी हमारी भूमि ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
जहाँ ज्ञान का उदभव हुआ ,
विश्व मे शान्ति का पाठ पढाया ,
जहाँ आर्यभट्ट , भास्कर का जन्म हुआ ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ !
मै भारत माँ का बेटा हूँ ~~

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
भारत माँ मेरी माता है ,
भारत माँ का लाल हूँ ,
भारत माँ का सोना हूँ ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
भारत माँ मेरी आँशु है ,
भारत माँ की छांव में ,
हर दिन सुकून पाता हूँ ,

मै माँ का बेटा हूँ ,
भारती की मै आशियाने मे ,
हर दिन-रात भटकता हूँ ,
भारत माँ आन-बान-शान है मेरी ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
भारत माँ को पुजता हु मै ,
भारत माँ की राह चलता हूँ मै ,
भारत माँ आरजू है मेरी ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
मेरी भारत माँ विश्व की सिरमौर है ,
जिसे सारी दुनिया मे पूजा जाता ,
जहाँ राम की पूजा होती ,
सभी अल्लाह को पुकारते है ,
गुरुनानक देव जन्म लिए ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
जहाँ जैन धर्म की उत्पति हुई ,
महावीर यहाँ पैदा हुये ,
बुद्ध ये जन्म भूमि हुई ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
जहाँ रफी साहब राम का गीत सुनाते ,
प्रेमचंद्र बच्चो को ईदगाह सुनाते ,
कितनी प्यारी हमारी भूमि ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ ,
जहाँ ज्ञान का उदभव हुआ ,
विश्व मे शान्ति का पाठ पढाया ,
जहाँ आर्यभट्ट , भास्कर का जन्म हुआ ,

मै भारत माँ का बेटा हूँ !

~ रुपेश कुमार©️
भौतिक विज्ञान छात्र एव युवा साहित्यकार
शिक्षा – स्नाकोतर भौतिकी , इसाई धर्म(डीपलोमा) , ए.डी.सी.ए (कम्युटर),बी.एड(फिजिकल साइंस)
पता ~ पुरानी बाजर चैनपुर
पोस्ट -चैनपुर, जिला – सीवान

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।