पत्र लेखन प्रतियोगिता सम्पन्न

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इन्दौर।

मातृभाषा.कॉम व हिन्दीग्राम द्वारा लॉक डाउन 2.0 का सदुपयोग करते हुए समूह में सम्मिलित सभी सदस्यों के बीच डिजिटल पत्र लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जिसका संयोजन भावना शर्मा और अंजलि वैद ने किया।
इस प्रतियोगिता में प्रत्येक प्रतिभागियों को एक चिट्ठी प्रधानमंत्री के नाम लिखना अनिवार्य था, जिसमें उन्होंने अपने क्षेत्र की समस्या, हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने विषयक सुझाव व आग्रह, कोरोना युद्ध से लड़ रहे योद्धाओं के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
पत्र लेखन स्पर्धा का मूल उद्देश्य पत्र लेखन विधा को पुनर्जीवित करके साहित्य का प्रसार करना है।
इस प्रतियोगिता में डॉ. मनीला कुमारी-जमशेदपुर, डॉ. वासिफ़ काज़ी इन्दौर, मंजू बिष्ट गाज़ियाबाद, संतोष कुमार वर्मा ‘कविराज’ कोलकाता, डॉ. संध्या सिलावट इन्दौर, पूनम कतरियार पटना, सीमा गर्ग मंजरी मेरठ, ऋतु ऊषा राय आज़मगढ़, नवनीता कटकवार बालाघाट, प्रतिभा पंचोली अलीराजपुर, अमिता रवि दूबे छत्तीसगढ़, परिणीता सिन्हा गुरुग्राम,मुक्ता मिश्रा गुरुग्राम, दीपमाला पाण्डे रायपुर व दिल्ली से सुरभि सप्रू, मोनिका शर्मा ‘मन’, कुसुमलता ‘कुसुम’, गिरीश चावला, नूतन गर्ग, डॉ. विभा जोशी ‘विभूति’, निकिता शर्मा, ओम प्रकाश, विजयलक्ष्मी भट्ट शर्मा, राधा गोयल ने भागीदारी की व प्रधानमंत्री मोदी के नाम पत्र लिखा।
संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने सभी पत्र लेखन प्रतियोगिता के प्रतिभागियों का अभिनंदन करते हुए प्रमाण-पत्र प्रदान किए।

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।