हम सभी के जीवन में,
अक्सर आती है
एक नई सुबह..
आपने सोचा कि
क्यों प्रतिदिन
एक नई सुबह आती है।
जीवन को बेहतर
बना लो या बदतर,
पर होता ये है
दिन दिन करके
कुछ बदल जाता है।
हम,हमारा व्यवहार,
हमारा प्रेम और हमारी प्रीति..
इस तरह सबकुछ बदल जाता है
और लोग कहते हैं
‘जमाना बदल गया’।
बस इतना है आपसे
और मुझे खुद से है कहना,
प्रतिदिन की तरह आएगी
जब हमारे जीवन में नई सुबह..
तब हमें निर्माण की ओर जाना है
अपने और अपनी पीढ़ी को
पतित होने से बचाना है।
अब तक जो हमारी स्वयं तक
ही रह गई है सीमित सोच..
उसको हटाना है
और इस बार हमें एक
नए और सुखद
जीवन की ओर जाना है।।
संस्कारित जीवन बनाना है,
क्योंकि हमने अपने
बुजुर्गों से बहुत कुछ पाया है..
उसी धरोहर को लौटाना है।
आप ज्यादा तो नहीं सोच रहे,
अरे ज्यादा कुछ नहीं
भारत को पुनः
सोने की चिड़िया बनाना है।।
#शुभम जैन
परिचय : मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के पृथ्वीपुर में शुभम जैन रहते हैं। सिर्फ २१ वर्ष के होकर शुभम जैन अध्ययन के साथ ही टीकमगढ़ में जैनाचार्य श्री विद्यासागर पाठशाला का संचालन भी करते हैं। आप आचार्य श्री विद्यासागर जी के समस्त संघ के लिए समर्पित हैं। लेखनी के जरिए आप निरन्तर धार्मिक गतिविधियों से जुड़ रहते हैं।