आज पूरा भारत देश ६९ वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में देशभक्ति का माहौल बन जाता है…नेताओं के भाषण और देशभक्ति फिल्मों व गीतों से टीवी,रेडियो,इंटरनेट सब गुलजार रहते हैं…सोशल मीडिया के वीरों की देशभक्ति चरम पर होती है…हर वर्ष आने वाले इस गणतंत्र […]

     प्रकृति के निर्माण में स्त्री और पुरूष दोनों का बराबर योगदान हैl चाहे मनुष्य हो,पशु-पक्षी हो या कोई भी जीव हो,हर जीव की सभ्यता का सृजन स्त्री और पुरूष दोनों की सहभागिता से संभव हुआ है,इसलिए किसी को भी कम आँकना बेमानी होगीl धर्म ग्रंथों में स्त्री और पुरूष […]

  धर्मिक दृष्टिकोण से शाकाहार को समझा जाए तो ज्यादातर धर्म हमें प्रत्येक जीवों से प्यार करना ही सिखाता है। सभी धर्मों में `अहिंसा परमो धर्मः` कहा गया है। शाकाहार पर हर धर्म के अलग-अलग विचार हैं- हिन्दू धर्म- हिन्दू धर्म के लगभग हर धार्मिक कार्य में माँसाहार पर पूरी […]

बदल चुका है देश का मौसम, बदल चुका है ये इंसान राजनीति की चक्की में, पिसती जा रही आम अवाम। धर्म-जाति में भेद बताकर, राजनीति की धौंस दिखाकर सांप्रदायिकता का जहर घोलकर, राम किए जा रहे बदनाम। राजनीति की….ll देशभक्तों का कोई मान नहीं है, देशसेवा का कुछ ज्ञान नहीं […]

पिछली रात हुई बरसात , और पानी सड़कों पर आया। भोर हूई और देख हाल, मेरा तो बस मन भर आया। कहीं डालियां टूटी बिखरी है, कहीं कीचड़ की नदियां दिख रही है। सब और हलचल छा गई है, और जनता सारी चीख रही है। लगता है आँधी भी थी […]

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इंसानियत पर हैवानियत भारी, आँखें मूंदकर देख रही दुनिया सारी, ये लड़ाई,झगड़े,हत्या,दंगा, सब कुछ बड़ा ही गंदा होता है। सारी दुनियाँ जानती है, ये कानून बड़ा ही अंधा होता है॥ झूठे किस्से,झूठी कसम, झूठे फैसलों वाला विधि बेशरम, बच जाते हैं वो कातिल, जिनका हाथ खून से रंगा होता है। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।