शर्त यह है तुमको मुझे आँखों से पिलाना होगा

0 0
Read Time43 Second

मुझे तो आपके पास लौट कर आना होगा|
तुम्हारे सिवाय मेरा न कोई ठिकाना होगा ||

भले ही कुछ कह दो,तुम ऊपरी मन से |
प्यार करती हो मुझे,मीत बनाना होगा ||

मैफिल सूनी पड़ी है,लौट कर आना होगा |
तुमको तो वह पुराना गीत सुनाना होगा ||

आऊंगा जब तुमसे मिलने के लिये मै |
प्यार से दो चपातियो को खिलाना होगा ||

पीता तो नहीं कंभी,पर तुमसे पी लूँगा,
शर्त यह है तुमको,आँखों से पिलाना होगा ||

#आर के रस्तोगी
गुरुग्राम (हरियाणा)

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

बाल साहित्य- दशा, दिशा और संभावनाएं" परिचर्चा सम्पन्न

Tue Oct 22 , 2019
#भाषा सारथी से साहित्यकारों को किया सम्मानित भोपाल । हिंदी भवन के नरेश मेहता कक्ष में डॉ अर्जुनदास खत्री द्वारा रचित, रजत प्रकाशन द्वारा प्रकाशित बाल काव्य पुस्तक “अनय हमारा” के लोकार्पण के साथ ही “बाल साहित्य, दशा, दिशा एवं संभावनाएं” विषय पर कई विद्वान बाल साहित्यकारों ने अपने विचार […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।