बिहार की यह राजधानी
इतिहास की निशानी
गंगा किनारे पटना शहर
बहे पवित्र-धारा जीवन कल-कल।
गाँधी मैदान और गोलघर
दे रही शकुन पल-पल
गाँधी सेतु और अशोक महल
गौरव बढ़ाए हर- पल।
चाणक्य बुद्ध और गुरू गोविन्द
जन-जन का बना पदचिह्न।
स्वतंत्रता आन्दोलन के
वीर कुँवर सिंह
की जोश की चिंगारी से
ब्रिटश शासन डोला था
अस्सी वर्ष में जब
लहू खौला था।
ऐसे वीरों की धरती
पावन पटन देवी की शक्ति
बिहार की शौर्य शक्ति
पल-पल बढा रहा।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति