Read Time40 Second

कामदा के घर जन्मा था
राजलक्ष्मी का राजदुलारा
भारत मां को आजादी देने
जेल गया आंखों का तारा
बचपन मे सब पोल्टू कहते
बड़े हुए तो प्रणव हो गए
पढ़ाई लिखाई में अव्वल रह
लिपिक से बैरिस्टर हो गए
पत्रकार बने,प्राध्यापक बने
राजनीति में भाग्य आजमाया
विधायक, सांसद,मंत्री पद
राष्ट्रपति तक दायित्व निभाया
भारत रत्न का सम्मान मिला
परमात्मा से चिर विराम मिला।
#श्रीगोपाल नारसन
Post Views:
451